Minimize Carbon: भविष्य की ऊर्जा है ग्रीन हाइड्रोजन एनर्जी : सीएम योगी

By Ajay Kumar Shukla | Updated: August 17, 2025 • 8:34 PM

गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि देश और दुनिया के सामने सबसे बड़ी चिंता जीवसृष्टि और मानव सभ्यता को बचाने की है। जीवसृष्टि और मानव सभ्यता को बचाना है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के विजन के अनुरूप हमें नेट जीरो की तरफ बढ़ना होगा, कार्बन उत्सर्जन न्यूनतम करना होगा। सीएम योगी रविवार को गोरखपुर के खानिमपुर में ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट का लोकार्पण करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे।

एलईडी से कम हुआ कार्बन उत्सर्जन

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्ट्रीट लाइट में पहले सामान्य बल्ब प्रयोग किए जाते थे जिससे अधिक कार्बन उत्सर्जन होता था, उर्जा ज्यादा खर्च होती थी और बिजली का बिल भी अधिक आता था। आज एलईडी स्ट्रीट लाइट लगने से उर्जा की खपत कम हुई तथा कार्बन उत्सर्जन भी कम हुआ। एलईडी से कीड़े नहीं जलते और बदबू भी नहीं आती। जबकि पहले प्रयोग होने वाले हैलोजन बल्ब में बरसात के बाद असंख्य कीड़े मड़राते थे जिससे बदबू आती थी।

आने वाले समय में मोबाइल की तरह सस्ती होगी ग्रीन एनर्जी

सीएम योगी ने कहा कि हमारे पास उर्जा के क्षेत्र में हाइड्रोपावर, या थर्मलपावर है। प्रदेश में पवन उर्जा नहीं है। प्रदेश सरकार ने 22 हजार मेगावाट रिन्यूवल एनर्जी स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। अब तक इस क्षेत्र में हम 6 हजार मेगावाट तक पहुंचे हैं। इसमें वृद्धि हेतु लगातार प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी यह ऊर्जा कुछ महंगी जरूर है लेकिन आने वाले समय में मोबाइल फोन की तरह सस्ती हो जायेगी।

दुनिया की तकदीर बदल देगी ग्रीन एनर्जी

मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रीन एनर्जी पूरी दुनिया की तकदीर को बदल देगी। आज प्रकृति के साथ साथ मनुष्य के स्वास्थ्य पर जो विपरीत प्रभाव पड़ा है उसका पहला कारण प्रकृति के साथ खिलवाड़ और दूसरा कृषि में कीटनाशकों, रसायनिक उर्वरकों का अत्यधिक प्रयोग है। कैंसर, लीवर में खराबी और अन्य गंभीर बीमारियों का भी कारण यही है। प्रकृति के साथ खिलवाड़ करने से जलवायु परिवर्तन हो रहा है। बरसात भी देरी से हो रही है

पर्यावरण की समस्याओं का उपचार मनुष्य के हाथ

सीएम योगी ने कहा कि पर्यावरण की समस्याओं का उपचार मनुष्य के हाथ में है। इसका पहला उपचार प्राकृतिक खेती है तो दूसरा उपचार ग्रीन एनर्जी के उपयोग में है। प्राकृतिक खेती से गौवंश की रक्षा भी होगी तथा हमारी खेती भी जहरीली होने से बच जायेगी। इस खेती से जो अन्न पैदा होगा वह हमें स्वस्थ और निरोग बनायेगा। इन कार्यों को व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ाना होगा। पीएम मोदी ने हर घर शौचालय और स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से स्वच्छता के कार्य को बढ़ाया।

पूरा देश देख रहा ससीएम योगी के विजन को : रविकिशन

लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि आज पूरा देश सीएम योगी के विकास और कल्याण के विजन को देख रहा है। यूपी का कानून व्यवस्था और नीतिगत आधार पर उन्होंने ऐसा कायाकल्प किया कि देश और दुनिया के निवेशक यूपी में निवेश को तत्पर हैं। श्री शुक्ल ने कहा कि गोरखपुर में ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट ग्रीन एनर्जी की क्रांति का संवाहक बनेगा। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों में बदहाल और बदनाम रहा गोरखपुर अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शी सोच से पूरे देश में चमक रहा है।

1 किलो हरी हाइड्रोजन की कीमत क्या है?

इंडियन ऑयल (IOCL) की एक टेंडर में प्राप्त मूल्य ₹397 प्रति किलोग्राम (लगभग USD $4.67/kg) रखा गया था।

ग्रीन हाइड्रोजन की कीमत क्या है?

ग्रे हाइड्रोजन (ग्रे H₂), जो कि प्राकृतिक गैस से सीधा बनाया जाता है, इसकी लागत आजकल लगभग ₹150–200 प्रति किलोग्राम है।

ग्रीन हाइड्रोजन हब क्या है?

ग्रीन हाइड्रोजन हब एक व्यापकीकृत, समेकित तुलनात्मक इकोसिस्टम होता है जिसमें हाइड्रोजन का उत्पादन, परिवहन (ट्रांसपोर्ट), वितरण और उपयोग एक ही भौगोलिक क्षेत्र में सामूहिक रूप से होता है।

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