हैदराबाद । बुनियादी ढांचे के विकास को गति देने के उद्देश्य से रंगा रेड्डी जिला प्रभारी मंत्री दुद्दिल्ला श्रीधर बाबू (Sridhar Babu) ने शुक्रवार को सचिवालय (Secretariat) में एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक का उद्देश्य प्रमुख सड़क परियोजनाओं के लिए आवश्यक वन भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेज करना था।
बैठक में दो प्रमुख सड़क परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा
बैठक में दो प्रमुख सड़क परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई — एक छह लेन की सड़क जो बाचुपल्ली से गंडिमैसम्मा तक जाएगी, और दूसरी जो बहादुरपल्ली से होकर दूलापल्ली के रास्ते कॉम्पल्ली तक पहुंचेगी। मंत्री श्रीधर बाबू ने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया कि वन और गैर-वन भूमि के अधिग्रहण एवं हस्तांतरण की प्रक्रिया को युद्धस्तर पर पूरा किया जाए, ताकि सितंबर के पहले सप्ताह में शिलान्यास कार्य संपन्न हो सके। इस बैठक में प्रमुख प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुवर्णा, एचएमडीए आयुक्त सरफराज नवाज, जीएचएमसी अतिरिक्त आयुक्त, कॉम्पल्ली नगरपालिका आयुक्त और मेडचल के अतिरिक्त कलेक्टर सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
कुल 19 एकड़ वन भूमि के हस्तांतरण की पहचान की गई
कुल 19 एकड़ वन भूमि के हस्तांतरण की पहचान की गई है। मंत्री ने निर्देश दिया कि इस भूमि के हस्तांतरण से संबंधित पहले चरण की सभी औपचारिकताएं निर्धारित समयसीमा के भीतर पूर्ण की जाएं। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि निजी भूमि के अधिग्रहण और मुआवजे के वितरण में मानवीय दृष्टिकोण अपनाया जाए, और इसके लिए आवश्यक धनराशि पहले से तैयार रखी जाए।
मंत्री श्रीधर बाबू ने राजस्व और नगरपालिका अधिकारियों को निर्देश दिया
वन विभाग के अधिकारियों ने मंत्री को जानकारी दी कि बहादुरपल्ली–कॉम्पल्ली मार्ग के लिए वन भूमि हस्तांतरण की स्टेज-1 मंजूरी पहले ही प्राप्त की जा चुकी है, जबकि बाचुपल्ली–गंडिमैसम्मा सड़क के लिए प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसके अलावा, मंत्री श्रीधर बाबू ने राजस्व और नगरपालिका अधिकारियों को निर्देश दिया कि सुबाष नगर पाइपलाइन और सेंट एन्स स्कूल सड़क जैसे अन्य प्राथमिक परियोजनाओं को भी शीघ्र पूरा किया जाए। मंत्री ने कहा कि इन सड़क परियोजनाओं के पूर्ण होने से आठ विधानसभा क्षेत्रों के लोगों को लाभ मिलेगा, जिससे क्षेत्रीय संपर्क बेहतर होगा और हजारों नागरिकों की आवाजाही में सुविधा बढ़ेगी।
श्रीधर बाबू कितनी बार विधायक जीते?
श्रीधर बाबू (Duddilla Sridhar Babu) पांच बार विधायक चुने गए हैं।
राजा सिंह विधायक के रूप में कितनी बार जीते थे?
राजा सिंह (T. Raja Singh) तीन बार से विधायक हैं।
विधायक का कार्यकाल कितने साल का होता है?
भारत में विधायक (MLA) का कार्यकाल पाँच साल होता है (यदि विधानसभा को पहले विघटित नहीं किया जाए), और यह संवैधानिक रूप से पांच वर्षों का फिक्स्ड टर्म है।
Read also: Patient : भारत में पहली बार किसी गरीब मरीज को सुपर अर्जेंट श्रेणी में लाभ मिला