विझिनजाम बंदरगाह को 2 मई को पीएम PM Modi राष्ट्र को समर्पित करेंगे
जानिए इस पोर्ट की खासियत, इसका फायदा और क्या हैं भविष्य की तैयारियाँ
प्रधानमंत्री PM Modi 2 मई 2025 को केरल के तिरुवनंतपुरम में स्थित विझिनजाम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह (Vizhinjam International Seaport) का उद्घाटन करेंगे। यह बंदरगाह न केवल केरल बल्कि भारत के समुद्री इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है।यह भारत का पहला ग्रीनफील्ड डीप-सी ट्रांसशिपमेंट टर्मिनल है, जिसे सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP Model) में विकसित किया गया है। अदानी समूह इसका निर्माण कर रहा है, और इसका प्रबंधन भी वही देखेगा।

विझिनजाम पोर्ट क्यों है खास?
- रणनीतिक लोकेशन
विझिनजाम बंदरगाह हिंद महासागर में स्थित सबसे व्यस्त अंतरराष्ट्रीय समुद्री मार्ग के बहुत करीब है। यहां की प्राकृतिक गहराई 18 मीटर से भी अधिक है, जिससे बड़े-बड़े जहाज बिना किसी ड्रेजिंग के आसानी से डॉक कर सकते हैं। - कम समय, कम लागत
ट्रांसशिपमेंट के लिए पहले भारत को कोलंबो, सिंगापुर या दुबई जैसे बंदरगाहों पर निर्भर रहना पड़ता था।- अब विझिनजाम पोर्ट से सीधे कंटेनर ट्रांसशिपमेंट संभव होगा, जिससे समय और खर्च दोनों की बचत होगी।
- मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी
पोर्ट को नेशनल हाईवे 66 और रेलवे लाइन से जोड़ा गया है।- आगे चलकर डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से भी जुड़ने की योजना है।
अब तक हुआ कितना निर्माण?
विझिनजाम बंदरगाह के पहले चरण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। इसमें कंटेनर टर्मिनल, क्रेन सिस्टम, वेसल डॉकिंग एरिया, और आधुनिक ट्रैकिंग सिस्टम शामिल हैं। इस चरण में करीब ₹7,700 करोड़ का निवेश हुआ है।दूसरे और तीसरे चरण में कुल TEU (Twenty-foot Equivalent Unit) क्षमता 45 लाख तक पहुंचाई जाएगी।
यानी भारत को अपना ट्रांसशिपमेंट हब बनाने में यह पोर्ट अहम भूमिका निभाएगा।

उद्घाटन समारोह की तैयारियाँ
प्रधानमंत्री PM Modi के साथ केंद्रीय बंदरगाह मंत्री, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और अदानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी जैसे गणमान्य लोग मौजूद रहेंगे।
सुरक्षा के लिए एनएसजी और एसपीजी की टीम तैनात की जाएगी। कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट भी किया जाएगा।
भारत को क्या लाभ होगा?
- अब भारत को ट्रांसशिपमेंट के लिए विदेशी बंदरगाहों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
- लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री को गति मिलेगी और निर्यातकों को समय की बचत होगी।
- लाखों रोजगार के अवसर स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर पैदा होंगे।
- भारत की समुद्री सुरक्षा और रणनीतिक पकड़ मजबूत होगी।
विझिनजाम बंदरगाह भारत की समुद्री शक्ति बनने की दिशा में बड़ा कदम है। इसके चालू होने से न सिर्फ केरल बल्कि पूरे देश को आर्थिक, रणनीतिक और रोजगार के स्तर पर लाभ मिलेगा।
यह परियोजना भारत के ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य में एक ठोस योगदान देगी।