इंग्लैंड के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर मोईन अली ने खुलासा किया है कि उनके माता-पिता इस महीने की शुरुआत में भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत किए गए सटीक हमलों के दौरान पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) क्षेत्र में थे। मोईन, उस समय आईपीएल 2025 में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के लिए खेल रहे थे। उन पलों को ‘पागलपन’ जैसा बताया और कहा कि वह खुश हैं कि उनके माता-पिता उसी दिन उस क्षेत्र से निकलने वाली एकमात्र उड़ानों में से एक में सवार हो पाए।
भारत और पाकिस्तान के बीच हालात काफी तनावपूर्ण
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले, जिसमें सशस्त्र आतंकवादियों ने 26 पर्यटकों की निर्मम हत्या कर दी थी, के जवाब में पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर और अन्य क्षेत्रों में आतंकी ढांचे पर हमला किया। इससे भारत और पाकिस्तान के बीच हालात काफी तनावपूर्ण और लगभग युद्ध जैसे हो गए, जिसके चलते आईपीएल 2025 को भी अस्थायी रूप से रोकना पड़ा, और कई विदेशी खिलाड़ी अपने घर लौट गए। टूर्नामेंट फिर से तब शुरू हुआ जब युद्धविराम पर सहमति बनी और स्थिति सामान्य हुई।
“मेरे माता-पिता वास्तव में उस समय कश्मीर में थे.
।. पाकिस्तान में, जहां से हमले हुए थे वहां से केवल एक घंटे की दूरी पर। शायद थोड़ा और दूर। तो यह काफी पागलपन भरा था। फिर वे वास्तव में उसी दिन बाहर निकलने वाली एकमात्र उड़ानों में से एक में सवार हो पाए। मुझे खुशी है कि वे बाहर निकल पाए, लेकिन यह वाकई पागलपन था,” मोईन ने Beard Before Wicket पॉडकास्ट में कहा।
यह पागलपन था,
“यह पागलपन था, जाहिर है कश्मीर में पहले वो हमले हुए थे। फिर सब कुछ तेजी से बिगड़ने लगा। और अचानक हम बीच में फंसे हुए महसूस कर रहे थे। ऐसा लग रहा था जैसे हम युद्ध के बीच में हैं। लेकिन जाहिर है हमने कुछ (जैसे कि मिसाइलें गिरना) नहीं सुना। अचानक सब कुछ ऐसा हो गया कि बस भागकर देश से बाहर निकलने की कोशिश करनी थी। यह सुनिश्चित करना था कि आपका परिवार ठीक है। लोग आपके बारे में घर पर चिंतित थे और आपको यह भी सुनिश्चित करना था कि वे भी निश्चिंत रहें,” उन्होंने आगे कहा।
मैच बीच में ही रोकना और रद्द करना पड़ा,
आईपीएल में, हालात उस वक्त और खराब हो गए जब पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच का मैच बीच में ही रोकना और रद्द करना पड़ा, क्योंकि सुरक्षा संबंधी चिंताएं सामने आईं। धर्मशाला के HPCA स्टेडियम के पास ड्रोन हमलों की खबरें आईं, और फ्लडलाइट्स बंद करनी पड़ीं, इससे पहले कि खिलाड़ियों, स्टाफ और हजारों दर्शकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
“लोगों को ठीक से पता नहीं था कि क्या हो रहा है। । “मैंने बहुत सारे खिलाड़ियों से बात की। कुछ लोग कह रहे थे ‘जंग नहीं होगी, सब ठीक हो जाएगा। पहले भी ऐसा हो चुका है।’ कुछ लोग कह रहे थे, ‘मुझे लगता है युद्ध होगा, मुझे लगता है इसका कोई बदला या जो भी आप कहना चाहें, वो होगा।’ इतनी झूठी बातें हो रही थीं कि लोगों पर भरोसा करना मुश्किल था।— खासकर न्यूज़ आउटलेट्स और पत्रकारों पर। आपको नहीं पता होता कि असल में हो क्या रहा है,।और यही सबसे डरावनी बात होती है। क्योंकि आप नहीं जानते कि चीजें कहां जा रही हैं। आप नहीं जानते कि क्या सब कुछ जल्दी बिगड़ने वाला है। हमें सबसे ज्यादा चिंता इस बात की थी कि कहीं फ्लाइट्स कैंसिल न हो जाएं । हम बाहर न निकल पाएं। लेकिन यह और भी ज्यादा मुश्किल रहा होगा। स्थानीय खिलाड़ियों के लिए या उन लोगों के लिए जो पाकिस्तानी या भारतीय थे, जो वहां फंसे थे और नहीं जानते थे कि आगे क्या होने वाला है।”