संसद का मानसून सत्र 2025: अब तक क्या रहा खास?

By Vinay | Updated: July 21, 2025 • 2:06 PM

संसद का मानसून सत्र 2025 21 जुलाई 2025 को शुरू हुआ, और पहले ही दिन तीखी नोकझोंक और हंगामे ने सत्र की शुरुआत को गरम कर दिया।

संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया, जो 21 अगस्त तक चलेगा। पहले दिन लोकसभा(LOKSABHA) और राज्यसभा (RAJYSABHA) में विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर, पहलगाम आतंकी हमले, और बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) जैसे मुद्दों पर जोरदार हंगामा किया। लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी की, जिसके चलते स्पीकर ओम बिरला ने कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दिया

प्रधानमंत्री का संबोधन:

सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को भारत की सैन्य शक्ति का प्रतीक बताया, जिसमें भारतीय सेना ने 22 मिनट में आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। पीएम ने कहा, “विश्व ने हमारी ताकत देखी, और ‘मेड इन इंडिया’ हथियारों की मांग बढ़ रही है।” उन्होंने आर्थिक प्रगति का जिक्र करते हुए बताया कि महंगाई दर 2% तक लाई गई है, और जल भंडारण क्षमता तीन गुना बढ़ी है। साथ ही, शुभांशु शुक्ला द्वारा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर तिरंगा फहराए जाने को गर्व का क्षण बताया।

विपक्ष का रुख:

विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर, पहलगाम हमले, और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत-पाक युद्धविराम मध्यस्थता के दावों पर चर्चा की मांग की। कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल और प्रमोद तिवारी ने स्थगन प्रस्ताव और नोटिस दिए। कांग्रेस ने SIR को “मतदाता अधिकारों पर खतरा” बताया और जंतर-मंतर पर प्रदर्शन की योजना बनाई।

पहले दिन ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बयानों ने सियासी माहौल गरमा दिया। विपक्ष के तीखे सवालों के बीच हंगामे की स्थिति बनी।

संसद के मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर, पहलगाम आतंकी हमले, और बिहार में SIR जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में कहा कि सरकार विपक्ष की आवाज दबा रही है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री को सदन में जवाब देना चाहिए कि ऑपरेशन सिंदूर की सच्चाई क्या है, और पहलगाम हमले में खुफिया तंत्र क्यों फेल हुआ।” खड़गे ने बिहार में SIR को “लोकतंत्र पर हमला” करार दिया और इसे तत्काल रद्द करने की मांग की।

राहुल गांधी का बयान:

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “मैं विपक्ष का नेता हूं, लेकिन मुझे बोलने नहीं दिया जाता। सरकार के मंत्री और रक्षा मंत्री को बोलने का मौका मिलता है, पर विपक्ष को रोका जाता है।” राहुल ने पहलगाम हमले पर चर्चा की मांग करते हुए कहा, “26 लोगों की जान गई, और सरकार चुप है। यह लोकतंत्र का अपमान है।”

उन्होंने लोकसभा स्पीकर पर भी निशाना साधा, कहा, “स्पीकर विपक्ष की आवाज को दबा रहे हैं।

”विपक्ष के सवाल और हंगामा:

विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर, पहलगाम हमले, और ट्रंप के युद्धविराम मध्यस्थता दावों पर सवाल उठाए। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई और मणिकम टैगोर ने स्थगन प्रस्ताव देकर इन मुद्दों पर चर्चा की मांग की। हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। विपक्ष ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सवालों से बचने के लिए सदन से बाहर चले गए, जिस पर सत्तापक्ष ने कहा कि पीएम अपने पूर्वनिर्धारित कार्यक्रमों के लिए गए थे।

अन्य मुद्दे:

लोकसभा सांसद हनुमान बेनीवाल ने पेपर लीक और SI भर्ती रद्द करने का मुद्दा उठाया, जिसके चलते वे वेल में उतरे। राज्यसभा में केंद्रीय उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने अहमदाबाद में एयर इंडिया हादसे पर जवाब दिया। आगामी एजेंडा: सरकार 17 विधेयक पेश करने की तैयारी में है, जिनमें आयकर विधेयक 2025 और राष्ट्रीय डोपिंग रोधी संशोधन विधेयक शामिल हैं। जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव भी चर्चा में है।

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