Scientists : नई ‘धरती’ का हो रहा है जन्म!

By Surekha Bhosle | Updated: August 16, 2025 • 11:10 AM

वैज्ञानिकों ने खोजा ऐसा ग्रह जहां मुमकिन है जीवन

हाल ही में खगोलविदों ने एक ऐसा ग्रह खोजा है जो पृथ्वी से काफी हद तक मिलता-जुलता है। यह ग्रह “पृथ्वी 2.0” के नाम से भी जाना जा रहा है क्योंकि यहां जीवन की संभावनाएं दिखाई दे रही हैं।

कहां है यह ग्रह?

(JWST) यह ग्रह हमारी पृथ्वी (Earth) से लाखों प्रकाश वर्ष दूर है, और यह एक ऐसे तारे की परिक्रमा करता है जो सूर्य के समान है। इसका तापमान, वायुमंडल और सतह की स्थिति जीवन के अनुकूल मानी जा रही है। वैज्ञानिकों ने जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) के इस्तेमाल से हमारे तारों के पड़ोस में एक संभावित रहने योग्य ग्रह की खोज की है. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस ग्रह की सतह पर पानी मौजूद होने की भी संभावना है

वैज्ञानिकों ने हमारे तारों के पड़ोस में पृथ्वी जैसे ही एक ग्रह की खोज की, जहां व्यक्ति का जीवन संभव है. जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) का उपयोग करते हुए, वैज्ञानिकों ने एक विशाल बाह्य ग्रह का पता लगाया है. यह ग्रह हमारे सूर्य के सबसे करीबी सूर्य जैसे तारे, अल्फा सेंटॉरी A के चारों ओर घूम रहा है. यह ग्रह अल्फा सेंटॉरी त्रि-तारा प्रणाली में स्थित है, जिसे अभी अस्थाई रूप से अल्फा सेंटॉरी Ab नाम दिया गया है. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस ग्रह की सतह पर पानी मौजूद होने की भी संभावना है।

प्रत्यक्ष इमेजिंग के जरिए संभव हुई यह खोज, बाह्य ग्रह विज्ञान में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. अगर इसकी पुष्टि हो जाती है, तो यह पहली बार होगा जब हमारे सबसे नजदीकी सूर्य जैसे पड़ोसी ग्रह के आसपास ऐसे संभावित रूप से रहने योग्य ग्रह की पहचान की गई हो।

गोल्डीलॉक्स जोन में स्थिति है ये ग्रह

वैज्ञानिकों का मानना है कि अल्फा सेंटॉरी AB का गोल्डीलॉक्स जोन में होना इसे पृथ्वी से परे जीवन की खोज में एक प्रमुख लक्ष्य बना सकता है, जहां लोगों का जीवन संभव है. साथ में यह खोज JWST की उन दूरस्थ ग्रहों को खोजने और उनका अध्ययन करने की अभूतपूर्व क्षमताओं को भी दर्शाती है, जो कभी एस्ट्रोनॉमर के लिए असंभव थे।

खगोल वैज्ञानिकों की राय

कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के खगोल वैज्ञानिक अनिकेत सांघी ने कहा कि हमने देखा कि सिमुलेशन में कभी-कभी ग्रह तारे के बहुत करीब चला जाता था और फरवरी और अप्रैल 2025 में वेब को दिखाई नहीं देता।

सांघी कहते हैं कि अगर इस ग्रह की पुष्टि हो जाती है, तो अल्फा सेंटॉरी A की वेब इमेज में दिख रहा संभावित ग्रह, ग्रहों की बाहरी तस्वीरों के अध्ययन के प्रयासों में एक नया मील का पत्थर साबित होगा. उन्होंने कहा कि अब तक देखे गए सभी ग्रहों में से यह ग्रह अपने तारे के सबसे नजदीक होगा. सांघी कहते हैं कि यह ग्रह तापमान और आयु के मामले में हमारे सौरमंडल के विशाल ग्रहों के सबसे करीब है और हमारे ग्रह, पृथ्वी, के सबसे नजदीक है।

शनि के द्रव्यमान के बराबर है इसका द्रव्यमान

ग्रह की मध्यम-इन्फ्रारेड चमक और उसकी कक्षा सिमुलेशन के आधार पर, वैज्ञानिकों का कहना है कि यह एक गैस दानव ग्रह हो सकता है, जिसका द्रव्यमान शनि के द्रव्यमान के लगभग बराबर है. यह ग्रह सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी के एक से दो गुना के बीच भिन्न-भिन्न दीर्घवृत्ताकार पथ पर अल्फा सेंटॉरी A की परिक्रमा कर रहा है।

अंतरिक्ष के ऊपर क्या है?

अंतरिक्ष, पृथ्वी से परे और आकाशीय पिंडों के बीच मौजूद विस्तार है. अंतरिक्ष में लाखों गैलेक्सी हैं जिनमें लाखों सूर्य, तारे, चंद्रमा, धरती, ग्रह, उपग्रह, उल्का और ब्लैक होल हैं. अंतरिक्ष में कम गुरुत्वाकर्षण के कारण इंसान के रीढ़ की हड्डी पृथ्वी पर होने वाले खिंचाव से मुक्त हो जाती है. अंतरिक्ष में हमेशा अंधेरा रहता है।

क्या खोजा गया था अंतरिक्ष में?

20वीं सदी के अंत में, मंगल ग्रह पर जीवन और सभ्यताओं की संभावना के चलते संकेतों की खोज शुरू हुई। जैसे-जैसे रेडियो तकनीक उन्नत हुई, एलियंस की खोज और उनसे संवाद करने का एक और भी प्रभावी तरीका संभव हो गया।

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