UP. मऊ (Mau) जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत बलिया (Ballia) मोड़ स्थित एक निजी अस्पताल में बड़ा लापरवाही का मामला सामने आया है। इलाज के दौरान जच्चा और बच्चा दोनों की मौत हो गई। इस घटना के बाद मृतका के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। हंगामा बढ़ता देख अस्पताल प्रशासन सहित पूरा स्टाफ मौके से फरार हो गया एवं पुलिस सहित प्रशासन के आने के बाद कोई भी अस्पताल प्रशासन की तरफ से नहीं दिखा.
सूचना मिलते ही मऊ के कोतवाल और सीओ सिटी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और हालात को काबू में लिया। जांच के दौरान यह पाया गया कि अस्पताल में मौजूद डॉक्टर और समस्त स्टाफ मौके से फरार हो गए थे।
इस घटना की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया।
परिजनों ने क्या कहा ?
मृतका के पति ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उनकी पत्नी को शाम 6 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल प्रबंधन की ओर से ₹20,000 की मांग की गई और कहा गया कि मरीज का ब्लड कम है, खून के लिए पैसे चाहिए। लेकिन इलाज के नाम पर लापरवाही हुई। रात करीब 8 बजे जच्चा और बच्चा दोनों की मौत हो गई। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों को किसी अन्य अस्पताल में ले जाने की सलाह दी।
इस बिच मौके पहुंचे स्वस्थ्य अधिकारी RN सिंह का बेशर्म जवाब आया, जिसमे उन्होंने कहा की विभाग सभी अस्पतालों का निरिक्षण नहीं कर सकता। पत्रकारों ने फिर सवाल किया की इस सड़क से सभी अधिकारी दिन भर जाते है फ़र्ज़ी अस्पताल का इतना बड़ा बोर्ड नहीं दिखा तो सिंह जवाब देना सही नहीं समझे और आगे चल दिए।
सवाल यही है की आखिर कब तक मासूम सहित गरीबो के ज़िन्दगी के साथ ऐसे ही खिलवाड़ चलता रहेगा।।। क्या अधिकारी केवल अपने एसीऑफिस में बैठ कर केवल मौज काटने के लिए है, वसूलीकरणे के लिए या ये सिस्टम ऐसे ही भरष्टाचार के भेंट चढ़ जायेगा ?
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