मुंबई एयरपोर्ट पर मंगलवार रात एक दिल दहला देने वाली हादसा सामने आई, जब शौचालय के डस्टबिन में एक नवजात शिशु का शव मिला। यह घटना रात करीब 10:30 बजे की है, जब एयरपोर्ट के एक सफाई नौकरने डस्टबिन में संदिग्ध चीज़ देखकर सुरक्षा अधिकारियों को अवगत किया।
जांच के बाद पता चला कि यह एक नवजात शिशु का शव था। मामले की चिंतनशीलता को देखते हुए एयरपोर्ट शासन ने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी।पुलिस मौके पर पहुंची और नवजात को चिकित्सालय ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत स्पष्ट कर दिया।
इस घटना के बाद से मुंबई की सहार पुलिस हरकत में आ गई और अनजान आरोपी के प्रतिकूल मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस अब इस बात की अनुसंधान कर रही है कि नवजात को वहां किसने और क्यों छोड़ा। पूछताछ के दौरान पुलिस एयरपोर्ट पर लगे सीसीटीवी फुटेज खोज रही है, जिससे संदिग्ध व्यक्ति की पहचान की जा सके।
इस बात की भी मुमकिन है कि यह किसी महिला द्वारा किया गया हो, जिसने किसी समाज का दबाव या बेबसी में इस तरह का निष्ठुर कदम उठाया हो। पुलिस इस दिशा में भी पूछताछ कर रही है कि कहीं यह किसी यात्री की करतूत तो नहीं, जिसने फ्लाइट में चढ़ने से पहले या उतरना के बाद नवजात को टॉयलेट में फेंक दिया हो।
मुंबई एयरपोर्ट: नवजात की सुरक्षा और सामाजिक जागरूकता की जरूरत
मुंबई एयरपोर्ट देश के सबसे सावधान और चरम व्यस्त हवाई अड्डों में से एक है, जहां 24 घंटे निगरानी रखी जाती है। इसके होते हुए भी इस तरह की घटना सुरक्षा चरम व्यस्त पर सवाल उठाती है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या नवजात का जन्म एयरपोर्ट परिसर में ही हुआ या फिर उसे बाहर से लाकर यहां छोड़ा गया।
यह घटना समाज में कटिबद्ध कठोरता और जागरूकता की कमी को उजागर करती है। कई बार अविवाहित महिलाओं को सामाजिक दबाव के चलते ऐसे कठोर फैसले लेने पड़ते हैं। फिर भी, सरकार और गैर-सरकारी संगठन ऐसे नवजातों के लिए कई योजनाएं चला रहे हैं, जहां जरूरतमंद स्त्रियाँ अपने बच्चों को सलामत रूप से छोड़ सकती हैं।
फिलहाल, पुलिस इस घटना की जांच में जुटी है और जल्द ही सीसीटीवी फुटेज और जांच के आधार पर सच्चाई सामने आने की भरोसा है। यह घटना सिर्फ एक अपराध नहीं, अन्यथा समाज के लिए एक आईना है, जो बताता है कि नवजातों के सुरक्षा और महिलाओं को समझदार करने की सख्त जरूरत है।