मुंबई, 21 अगस्त 2025: महाराष्ट्र के मुंबई, ठाणे, पालघर और नासिक जिलों में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश (Mansoon) ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मुंबई, ठाणे, पालघर, रायगढ़ और नासिक के घाट क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि नासिक और अन्य जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट लागू है।
भारी बारिश के कारण सड़कों, रेलवे ट्रैक और घरों में पानी भर गया है, जिससे बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। कई जगहों पर लोगों के बहने और मकानों के डूबने की घटनाएं सामने आई हैं।
मुंबई में जलमग्न सड़कें और रेल सेवाएं ठप
मुंबई में 17 से 20 अगस्त तक 875.1 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो अगस्त के औसत (560.8 मिमी) से कहीं अधिक है। इस दौरान चिंचोली (मलाड) में 361 मिमी और सांताक्रूज में 238.2 मिमी बारिश हुई। सड़कों पर कमर तक पानी भरने से ट्रैफिक ठप हो गया। सेंट्रल, वेस्टर्न और हार्बर लाइन की लोकल ट्रेनें रद्द या देरी से चलीं, क्योंकि ट्रैक पर 17 इंच तक पानी जमा हो गया।
BMC ने 540 मोबाइल पंपों से 182.5 करोड़ लीटर पानी निकाला, लेकिन क्रांति नगर, कुर्ला, और मithi नदी के आसपास के इलाकों में बाढ़ ने तबाही मचाई। दो स्कूल बसें सायन और माटुंगा में फंस गईं, जिनमें से बच्चों को पुलिस ने बचाया।

ठाणे और पालघर में बाढ़ और भूस्खलन
ठाणे में उल्हास नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया, जिससे उल्हासनगर, कल्याण, और भिवंडी में बाढ़ आ गई। उल्हासनगर में 222.3 मिमी और कल्याण में 172.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। रायता और रुंडे ब्रिज बंद कर दिए गए, जिससे यातायात प्रभावित हुआ।
पालघर में वसई, चंद्रपाड़ा, और खंडीपाड़ा जैसे गांवों में घरों में पानी घुस गया। 1,107 लोगों को ठाणे और पालघर से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। एक व्यक्ति की नवी मुंबई में पानी भरे गड्ढे में गिरने से मौत हो गई, जबकि भांडुप में एक 17 वर्षीय किशोर की बिजली का तार गिरने से जान चली गई।
नासिक में गोदावरी नदी उफान पर
नासिक में भारी बारिश ने गोदावरी नदी को खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा दिया। गंगापुर डैम से 8,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे साइखेड़ा और चंद्रोई गांवों में बाढ़ आ गई। रामकुंड और गोदा घाट के मंदिर पानी में डूब गए।
नासिक में 476.1 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे औद्योगिक क्षेत्रों में भी पानी भर गया। जिला प्रशासन ने नदी किनारे रहने वालों को सतर्क रहने को कहा है। एक वायरल वीडियो में नासिक में एक व्यक्ति को बाढ़ के पानी में बहते देखा गया, जिसे स्थानीय लोगों ने बचाया।
राहत और बचाव कार्य
– NDRF और SDRF: महाराष्ट्र में 18 NDRF और 6 SDRF टीमें तैनात हैं। ठाणे के नरिवाली और उत्तरशिव गांवों में एक SUV के फंसने पर दो लोगों को स्थानीय लोगों ने बचाया। पालघर के मोरी गांव में 120 लोगों को सुरक्षित निकाला गया।
– BMC की कार्रवाई: मुंबई में BMC ने क्रांति नगर में अस्थायी आश्रय स्थल बनाए और खाना-कपड़े बांटे। 1,645 करोड़ लीटर पानी पंप किया गया, लेकिन पुरानी ड्रेनेज व्यवस्था के कारण कई इलाके अब भी जलमग्न हैं।
– स्कूल-कॉलेज बंद: मुंबई, ठाणे, पालघर और नासिक में 20 अगस्त को स्कूल-कॉलेज बंद रहे। 21 अगस्त को बारिश कम होने के बाद कुछ क्षेत्रों में स्कूल खुले, लेकिन सतर्कता बरती जा रही है।
IMD का पूर्वानुमान
IMD ने 21 अगस्त को मुंबई के लिए येलो अलर्ट और नासिक के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया। गुरुवार से बारिश की तीव्रता कम होने की उम्मीद है, लेकिन अगले 48 घंटे महत्वपूर्ण हैं। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र और चक्रवाती हवाओं के कारण भारी बारिश का दौर जारी है।
– मृत्यु और गुमशुदगी: महाराष्ट्र में 15-19 अगस्त के बीच बारिश और बाढ़ से 21 लोगों की मौत हो चुकी है। नांदेड़ में 5 लोग लापता हैं।
– कृषि नुकसान: CM देवेंद्र फड़णवीस ने बताया कि 12-14 लाख हेक्टेयर में फसलें बर्बाद हुई हैं।
– परिवहन: 135 BEST बस रूट्स डायवर्ट किए गए, 14 लंबी दूरी की ट्रेनें रद्द, और मुंबई हवाई अड्डे पर 9 उड़ानें प्रभावित हुईं।
मुंबई से नासिक तक भारी बारिश ने जल प्रलय जैसे हालात पैदा किए हैं। प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें राहत कार्यों में जुटी हैं, लेकिन बुनियादी ढांचे की कमियां और लगातार बारिश चुनौतियां बढ़ा रही हैं। लोगों से घरों में रहने और नदी-नालों से दूर रहने की अपील की गई है।