मासूम गवाह बना हत्याकांड की गुत्थी का सूत्रधार
वारदात के समय मौजूद 9 साल के बच्चे ने जो देखा, वही पुलिस की सबसे अहम कड़ी बन गया।
मां ने ही हत्यारों के लिए घर के गेट खोले- बेटा
नाबालिग ने बताया कि 7 जून को देर शाम पापा घर आए थे। उन्होंने मुझसे कहा- बेटा मोबाइल चार्ज पर लगा दे। फिर वे अंदर चले गए। इसी बीच मां ने मुझे कहा कि तू सो जा।
- वरना बेटा सुबह जल्दी नहीं उठ पाएगा। मैं सोया ही था कि तभी दरवाजे की थोड़ी-थोड़ी आवाज आने लगी। देखा तो मां ने गेट खोला। गेट पर काशी (आरोपी) था। उसके साथ चार लोग और भी थे।
- मुझे डर लगा। मैं नहीं उठा और छुप-छुपकर देखने लगा। वे हमारे कमरे में आ गए। पापा की चारपाई बजने लगी तो मैं उठ गया। मम्मी भी चारपाई के सामने खड़ी थी।
- वो सभी लोग ने पापा को पकड़ रखा था। पापा को मुक्के भी मारे और उनके पैर मोड़ दिए थे। पापा की गर्दन को भी मोड़ दिया। काशी अंकल तकिये से मुंह दबा रहे थे।
- जब पापा को वो लोग मार रहे थे तो मैं पापा के पास जाने लगा। लेकिन काशी (आरोपी) ने मुझे गोद में उठाकर धमका दिया। मैं रोया तो डांट दिया। कुछ मिनटों बाद पापा मर गए, तब वो लोग चले गए।
- मासूम ने बताया कि- जब पापा घर नहीं होते थे। तब काशी अंकल हमारे घर आते थे। मुझे पापा की याद आ रही है। अब मम्मी बहुत बेकार लग रही है। मम्मी ने ही पापा को मरवाया है।
लव मैरिज की थी, फिर हत्या करवाई
जानकारी के अनुसार वीरू और अनीता ने लव मैरिज की थी। इन दोनों की ही ये दूसरी शादी थी। वहीं, अनीता जनरल स्टोर की दुकान थी। वहीं, उसकी हत्यारा प्रेमी काशी कचोरी का ठेला लगाता था।
वो अनीता की दुकान पर अक्सर सामान लेने आता था। इस दौरान दोनों के बीच नजदीकी बढ़ गई। कुछ दिनों बाद दोनों ने वीरू को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।
अनीता के अनुसार- पति को साइलेंट अटैक आया
SHO धीरेंद्र सिंह ने बताया- आरोपी काशी हत्या के बाद अपने साथ लाए चार बदमाशों के साथ चला गया था। इसके बाद अनीता ने अपनी जेठानी को फोन कर कहा कि पति की तबीयत खराब हो गई है।
उसने हत्या को साइलेंट अटैक से मौत होने का ड्रामा किया। हालांकि, अनीता पर वीरू के बड़े भाई गब्बर को शक था। उसे साइलेंट अटैक से भाई की मौत पर विश्वास नही हुआ।
इस बीच पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से भी हत्या की पुष्टि हुई। जांच में मृतक की पत्नी पर शक गहराया। आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। नाबालिग से भी पुलिस ने बात की तो पूरा मामला सामने आया गया।
2 लाख रुपए में दी हत्या की सुपारी
डीएसपी कैलाश चंद ने बताया- वीरू जाटव (मृतक) टेंट हाउस का काम करता था। उसकी पत्नी अनीता जाटव ने ही अपने प्रेमी काशीराम प्रजापत के साथ पति की हत्या का प्लान किया था।
प्रेमी ने 2 लाख रुपए देकर चार लोगों को सुपारी दी थी। खुद हत्या करने में शामिल रहा था। प्री-प्लान तरीके से आरोपी पत्नी ने प्रेमी और चार बदमाशों को घर में घुसने के लिए गेट खोला था।
इसके बाद पति की हत्या की पूरी वारदात को मूक दर्शक बनकर देखा। इस केस के तीन आरोपी विष्णु, नवीन और चेतन फरार चल रहे हैं। आरोपी पत्नी को रिमांड पर लिया गया है।