पिछले साल जून में बीरपुर के बाहरी इलाके में रोला वागु के पास हुई अंकम लक्ष्मीनारायण की हत्या के मामले में पुलिस आधुलिक तकनीकी का उपयोग कर हत्यारों तक पहुंचने में कामयाब रही। पुलिस के मुताबिक पिछलेवर्ष 24 जून को किसी ने खबर दी कि गांव के बाहरी इलाके में किसी अज्ञात व्यक्ति का शव पडा हुआ है और वह पूरी तरह जली हुई अवस्था में है। पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और शव का पंचनामा किया।बाद में अंकम लक्ष्मीनारायण के परिवार वालों को बुलाकर शव की शिनाख्त करने को कहा। वे यह कहकर चले गये कि शव उनका नहीं है ।
पॉलीग्राफ टेस्ट में पकड़ाये हत्यारे

हालांकि, डीएनए परीक्षण के आधार पर पुलिस ने मृतक की पहचान नरसिंहुलपल्ली गांव के अंकम लक्ष्मीनारायण के रूप में की। मृतक के बेटे साई कुमार और बहू अरुणा को उनके व्यवहार पर संदेह हुआ और पुलिस ने उनसे पूछताछ की, लेकिन उन्होंने अपराध कबूल नहीं किया। इस प्रक्रिया में, उनका एफएसएल, हैदराबाद में पॉलीग्राफ (झूठ डिटेक्टर) परीक्षण किया गया और पाया गया कि हत्या उन्होंने ही की थी। बुधवार को जब आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो पुलिस को बताया कि उन्होंने अपने पिता अंकम लक्ष्मीनारायण की हत्या की थी। उन्होंने बताया कि लक्ष्मी नारायण शराब का आदी था और शराब पीकर घर वालों को परेशान करता था। इसी से तंग आकर उन्होंने उसकी हत्या कर दी थी। आरोपियों को रिमांड पर ले लिया गया है।