Nagastra-1R Drone भारतीय सेना का नया हथियार, दुश्मनों पर मरेगा सटीक वार
भारतीय सेना ने रक्षा क्षेत्र में एक और बड़ा कदम उठाते हुए Nagastra-1R Drone को खरीदने का ऑर्डर दे दिया है। यह स्वदेशी ड्रोन दुश्मन के इलाके में घुसकर हमला करने की क्षमता रखता है और इसकी मारक क्षमता इसे बेहद ख़ास बनाती है।
नागस्त्र-1 ड्रोन की विशेषता क्या है?
नागस्त्र-1 ड्रोन को खासतौर पर दुश्मन के ठिकानों पर सटीक हमले के लिए डिजाइन किया गया है। इसे Loitering Munition भी कहा जाता है, यानी ये दुश्मन की निगरानी करता है और जरूरत पड़ने पर खुद को टारगेट पर गिराकर विस्फोट करता है।
इसकी प्रमुख खूबियां:
- 15 किलोमीटर की रेंज
- लगभग 30 मिनट तक हवा में मंडराने की क्षमता
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस
- कम शोर और रडार से बच निकलने की तकनीक
- GPS आधारित सटीक निशाना

किसने बनाया है Nagastra-1R Drone?
इस ड्रोन को Economic Explosives Limited (EEL) ने विकसित किया है, जो DRDO की तकनीकी मदद से इसे तैयार कर रही है। यह 100% स्वदेशी ड्रोन सिस्टम है और Make in India अभियान का एक सफल उदाहरण भी।
नागस्त्र-1 ड्रोन सेना के लिए क्यों है जरूरी?
Nagastra-1R Drone का उपयोग सीमावर्ती इलाकों में:
- दुश्मन की पोस्ट की निगरानी
- आतंकी शिविरों पर सटीक हमला
- सीमित संसाधनों में तेज और प्रभावी वार
जैसे ऑपरेशनों में किया जा सकता है। यह विशेष रूप से उन इलाकों के लिए उपयोगी है जहां जवानों को खतरे में डालना उचित नहीं।

अन्य देशों की तुलना में भारत की यह तकनीक कितनी उन्नत?
हालांकि अमेरिका और इजरायल जैसे देशों के पास पहले से Loitering Munitions हैं, लेकिन Nagastra-1R Drone भारत की अपनी ज़रूरतों के हिसाब से बना है—कम लागत, आसान संचालन और भारतीय भूभाग के लिए उपयुक्त तकनीक।
नागस्त्र-1 ड्रोन से सेना को मिलेगी नई ताकत
Nagastra-1R Drone न केवल दुश्मन पर सटीक वार करेगा, बल्कि यह भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। भारतीय सेना की यह खरीद देश को आधुनिक युद्ध प्रणाली की ओर और आगे ले जा रही है।