प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 जून को विशाखापत्तनम में योग दिवस ‘योगांध्र-2025 में भाग लेंग। उन्होंने पहले ही इसकी व्यक्तिगत रूप से घोषणा कर दी है। मुख्यमंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि यह आयोजन ऐतिहासिक और अविस्मरणीय होना चाहिए।
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कैंप कार्यालय में अधिकारियों के साथ एक विस्तृत समीक्षा बैठक की। जिसमें उन्होंने कार्य योजना पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि इस वर्ष का विषय है: “योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ”।
राज्यव्यापी अभियान को योगांध्र थीम के अंतर्गत संचालित
मुख्यमंत्री ने कहा,यह एक प्रतिष्ठित कार्यक्रम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति इसे और भी खास बनाती है। इसका आयोजन भव्यता से होना चाहिए। यह राज्यभर में एक व्यापक योग आंदोलन की शुरुआत बनना चाहिए। हर नागरिक को इसका सहभागी बनाया जाना चाहिए। यह कार्यक्रम कम से कम दो करोड़ लोगों तक पहुँचना चाहिए। राज्यव्यापी अभियान को योगांध्र थीम के अंतर्गत संचालित किया जाना चाहिए।”
लोगों को तैयार करने के लिए 21 मई से 21 जून तक ‘योग माह’ मनाया जाएगा। इस अवधि में सभी ग्राम और वार्ड सचिवालय क्षेत्रों में योग अभ्यास कराया जाएगा। निजी व्यक्ति, प्रशिक्षक, योग संस्थाएं और विशेषज्ञों को सहयोगी के रूप में शामिल किया जाएगा। नागरिकों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग प्रशिक्षण पूरा करेंगे, उन्हें प्रशंसा प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
स्कूल और कॉलेज के छात्र-छात्राओं को भी सक्रिय रूप से इसमें शामिल किया जाएगा। अधिकारियों ने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और आर.के. बीच पर भीड़ प्रबंधन की योजना भी प्रस्तुत की।
उन्होंने बताया कि योग प्रतिभागी आर.के. बीच से भीमुनिपटनम बीच तक फैले होंगे।
करीब 2.5 लाख लोगों की योग भागीदारी की व्यवस्था की जा रही है। इस आयोजन के लिए कुल 68 स्थान चिन्हित किए गए हैं।, इनमें आर.के. बीच, रुशिकोंडा, स्कूल, क्रिकेट मैदान, पुलिस और खेल परिसर, नौसेना परिसर और अन्य खुले मैदान शामिल हैं। कुल मिलाकर 2,58,948 प्रतिभागियों के लिए स्थान सुनिश्चित किया गया है। यह कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग, आयुष मंत्रालय और केंद्र सरकार की एजेंसियों के सहयोग से आयोजित किया जाएगा