नेशनल हेराल्ड केस का हालत में ईडी ने बड़ा कदम उठाते हुए कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल की है। इसी बीच समाजवादी पार्टी(SP) के नेता और पूर्व राज्यमंत्री आईपी सिंह ने इस संपत्ति के विभाजन की दावा उठाई है।
दौलत की विभाजन की दावा क्यों उठी?
आईपी सिंह ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर कहा कि नेशनल हेराल्ड जैसी पैतृक संपत्ति पर सिर्फ सोनिया गांधी और राहुल गांधी का नहीं, बल्कि वरुण और मेनका गांधी का भी समान अधिपत्य है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से इस संपत्ति के न्यायपूर्ण विभाजन की निवेदन की है।

प्रवर्तन निदेशालय की बड़ी कार्रवाई
प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने लखनऊ के कैसरबाग स्थित नेशनल हेराल्ड की संपत्ति पर भी बड़ी कर्मण्यता करते हुए खाली कराने का सूचना चस्पा किया है। इस व्यवसायसम्बन्धी दौलत की मूल्य करीब 64 करोड़ रुपये आंकी गई है। यह आदेश 9 अप्रैल 2025 को जारी किया गया था, जिसके तहत दौलत खाली कराने की कार्यवाही आरंभ हुई।
नेशनल हेराल्ड केस विषय दोबारा विचार-विमर्श में
नेशनल हेराल्ड केस दोबारा विचार-विमर्श में है क्योंकि चार्जशीट में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पूर्व सभापति सोनिया गांधी और लोकसभा सांसद राहुल गांधी का नाम भी आरोपी में भागीदार किया गया है। इससे देश की राजनीति में चहल-पहल मच गई है।