शुभांशु शुक्ला ने रचा इतिहास
भारत के शुभांशु शुक्ला के साथ ही तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर एक्सिओम-4 मिशन, कैनेडी स्पेस सेंटर के कॉम्प्लेक्स 39ए से उड़ान भर चुका है। भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला (Shubhanshu Shukla) ने एक्सिओम स्पेस द्वारा संचालित वाणिज्यिक मिशन के तहत बुधवार को तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा के लिए रवाना होकर इतिहास रच दिया। रूसी अंतरिक्ष यान के जरिये भारतीय अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा की अंतरिक्ष यात्रा के 41 साल बाद किसी भारतीय की यह यात्रा हो रही है। 41 साल पहले भारत के राकेश शर्मा 1984 में तत्कालीन सोवियत संघ के सैल्यूट-7 अंतरिक्ष स्टेशन के तहत कक्षा में आठ दिन रहे थे।
कई देरी के बाद सफलता
मौसम की स्थिति और तकनीकी समस्याओं के कारण एक्सिओम-4 के प्रक्षेपण में कई बार देरी हुई। 25 जून को सफल प्रक्षेपण नासा द्वारा घोषित छठे निर्धारित प्रयास को चिह्नित करता है। इस मिशन में शुक्ला के साथ नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन भी हैं, जो कमांडर के रूप में कार्य करती हैं, साथ ही पोलैंड से मिशन विशेषज्ञ स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी से टिबोर कापू भी हैं। एक्सिओम-4 मिशन न केवल भारत के लिए बल्कि पोलैंड और हंगरी के लिए भी अंतरिक्ष में वापसी का प्रतीक है।
शुभांशु शुक्ला की मां की आंखों में दिखे खुशी के आंसू
उनकी मां आशा शुक्ला ने आंखों में आंसू भरकर अपने बेटे की सफलता पर खुशी और विश्वास व्यक्त किया, तथा सफल मिशन के बाद उसके लौटने की प्रतीक्षा करने की बात स्वीकार की, साथ ही यह भी माना कि उनके बेटे को उनसे मिलने में कुछ समय लग सकता है। गर्वित माता-पिता सीएमएस कानपुर रोड पर वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर ऑडिटोरियम में मौजूद बड़ी भीड़ में शामिल थे, जहाँ उन्होंने लॉन्च को लाइव देखा। इस सभा में उनकी बहनें, वरिष्ठ रक्षा कर्मी, सीएमएस संकाय, शहर की जानी-मानी हस्तियाँ और उत्साहित छात्र शामिल थे। जैसे ही रॉकेट ने उड़ान भरी, दर्शकों ने जोरदार तालियों, जयकारों और अचानक भांगड़ा के साथ इसका जवाब दिया।
140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदें-आकांक्षाएं लेकर गए: मोदी
पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए एक्सिओम-4 मिशन के सफल प्रक्षेपण का स्वागत किया और कहा कि इस मिशन में भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अपने साथ 140 करोड़ भारतीयों की शुभेच्छाएं, उम्मीदें और आकांक्षाएं लेकर गए हैं। मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि हम भारत, हंगरी, पोलैंड और अमेरिका के अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर रवाना हुए अंतरिक्ष मिशन के सफल प्रक्षेपण का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि ग्रुप कैप्टन शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर जाने वाले पहले भारतीय बनने की राह पर हैं। मोदी ने कहा कि वह अपने साथ 1.4 अरब भारतीयों की शुभेच्छाएं, उम्मीदें और आकांक्षाएं लेकर गए हैं। उन्हें और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को सफलता की शुभकामनाएं।
ये यात्रा नई पीढ़ी को करेगी प्रेरित
शुक्ला ने अपने संदेश में कहा कि नमस्कार, मेरे प्यारे देशवासियों; 41 साल बाद हम अंतरिक्ष में पहुंच गए हैं, यह कमाल की राइड (यात्रा) थी। उन्होंने कहा कि इस समय हम साढ़े सात किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगा रहे हैं और मेरे कंधे पर मेरे साथ मेरा तिरंगा है जो मुझे बता रहा है कि मैं अकेले नहीं, (बल्कि) मैं आप सबके साथ हूं। शुक्ला ने कहा कि ये मेरी आईएसएस तक की यात्रा की शुरुआत नहीं है, (बल्कि) यह भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत है और मैं चाहता हूं कि आप सभी देशवासी इस यात्रा का हिस्सा बनें। आइए, हम सब मिलकर भारत की इस मानव अंतरिक्ष यात्रा की शुरुआत करें।