आज के वक्त में आधार कार्ड एक विशिष्ट दस्तावेज बन चुका है। चाहे सफ़र करनी हो, बैंक खाता खोलना हो या किसी गवर्नमेंट सेवा का लाभ उठाना हो, हर स्थान आधार नंबर की आवश्यकता होती है। लेकिन जैसे-जैसे इसका उपयोग बढ़ा है, इसके दुरुपयोग की हाल भी बढ़ी हैं। इसलिए आधार की सुरक्षा बेहद आवश्यक है।
आधार की एक्टिविटी जांचें और फर्जीवाड़े से बचें
UIDAI ने ‘Authentication History’ नामक सेवा आरंभ की है जिससे आप देख सकते हैं कि आपके आधार नंबर का कब और कहां इस्तेमाल हुआ। इसके लिए आपको myAadhaar पोर्टल पर जाकर लॉगिन करना होगा।
- अपना 12-अंकों का आधार नंबर और कैप्चा डालें।
- ‘Login with OTP’ पर क्लिक कर OTP से लॉगिन करें।
- ‘Authentication History’ ऑप्शन चुनें और दिनांक का चयन करें।
- सूची से तहक़ीक़ात कि आपके आधार का कहां-कहां इस्तेमाल हुआ।
अगर किसी भी अनजान एक्टिविटी का पता चले, तो तुरंत UIDAI सहायता 1947 पर कॉल करें या help@uidai.gov.in पर ईमेल प्रेषित करें।
बायोमेट्रिक्स को लॉक कर अपनी पहचान को सुरक्षित करें
आपके फिंगरप्रिंट्स और आईरिस स्कैन की सुरक्षा के लिए UIDAI ने बायोमेट्रिक्स लॉक करने की सुविधा दी है।
- myAadhaar पोर्टल पर जाएं और ‘Lock/Unlock Biometrics’ अंश पर क्लिक करें।
- अपना VID, नाम, पिन कोड और कैप्चा दर्ज करें।
- OTP से वेरिफाई करें और बायोमेट्रिक्स लॉक कर दें।
बायोमेट्रिक्स लॉक करने के बाद कोई भी आपकी फिजिकल पहचान का गलत उपयोग नहीं कर सकेगा।
आधार कार्ड सुरक्षा: आधार डिटेल्स काल-काल पर अपडेट करना है आवश्यक
- अगर आपके बायोमेट्रिक्स में कोई बदलाव आया है, तो फौरन अद्यतन करें।
- बच्चे के 15 साल पूरे होने पर आधार अद्यतन करवाएं।
- अगर मोबाइल नंबर या पता बदल गया हो तो भी अद्यतन कराना न भूलें।
- 10 साल से अधिक समय हो गया हो तो भी डिटेल्स री-फ्रेश कराएं।
नियमित छानबीन और अद्यतन से आपके आधार की सुरक्षा पक्का बनी रहती है। सतर्क रहना ही आपके डिजिटल पहचान की सबसे बड़ी सुरक्षा है।