मुंबई,। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Ajit Pwar) के बेटे पार्थ पवार एक सरकारी जमीन घोटाले के मामले में फंस गए हैं। करीब 300 करोड़ रुपये की यह जमीन बिक्री का मामला है। भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने साफ शब्दों में कहा कि इस घोटाले के लिए बाप यानी अजीत पवार और बेटा पार्थ पवार दोनों जिम्मेदार हैं।
अन्ना बोले -बच्चों के गलत काम पर मंत्रियों को ठहराएं दोषी”
अन्ना हजारे ने कहा कि अगर मंत्रियों के बच्चे गलत काम करते हैं, तो इसके लिए मंत्रियों को ही दोषी ठहराया जाना चाहिए। उन्होंने यह टिप्पणी पवार के बेटे की कंपनी से जुड़े जमीन सौदे को लेकर की।
40 एकड़ सरकारी जमीन का 300 करोड़ का सौदा
जानकारी के अनुसार, मुंधवा में 40 एकड़ सरकारी जमीन की बिक्री के लिए अमाडिया एंटरप्राइजेज एलएलपी के साथ तीन सौ करोड़ रुपये का सौदा हुआ था, जबकि यह जमीन सरकार की अनुमति के बिना नहीं बेची जा सकती थी। इस कंपनी में पार्थ पवार (Parth Pwar) भी साझेदार हैं। इस लेन-देन पर स्टांप शुल्क माफ करने का भी आरोप है। राज्य सरकार ने मामले में अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास खड़गे की अगुवाई में उच्च स्तरीय समिति गठित की है।
“यह जमीन सरकार की है, बेची नहीं जा सकती- जांच अधिकारी
महाराष्ट्र के जॉइंट इंस्पेक्टर जनरल ऑफ रजिस्ट्रेशन राजेंद्र मुथे ने कहा कि पुणे में 40 एकड़ जमीन राज्य सरकार की है और इसे किसी भी कीमत पर बेचा नहीं जा सकता। इसी जमीन की बिक्री में कथित गड़बड़ियों की जांच चल रही है।
जांच समिति सात दिनों में रिपोर्ट देगी
मुथे ने बताया कि जमीन के 7/12 दस्तावेज और प्रॉपर्टी कार्ड दोनों में मुंबई सरकार को मालिक दिखाया गया है। पावर ऑफ अटॉर्नी रखने वाला व्यक्ति किसी भी कीमत पर जमीन नहीं बेच सकता है। उन्होंने कहा कि सात दिनों में राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी।
एक साल के भीतर किया गया करोड़ों का सौदा
40 एकड़ जमीन की इस पूरी कहानी से पता चलता है कि पवार-पाटिल पार्टनरशिप वाली कंपनी अमाडिया एंटरप्राइजेज एलएलपी को 24 अप्रैल, 2024 को लेटर ऑफ इंटेंट मिलने के 13 महीने से भी कम समय में उसने 19 मई, 2025 को 300 करोड़ रुपये का एग्रीमेंट किया।
पार्थ पवार के साझेदार पर दर्ज हुआ नया मामला
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे पार्थ पवार की कंपनी से जुड़े इस घोटाले में शुक्रवार को एक और प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने पार्थ पवार के व्यावसायिक साझेदार दिग्विजय पाटिल, शीतल तेजवानी और निलंबित तहसीलदार सूर्यकांत येवाले के खिलाफ केस दर्ज किया है।
अजीत पवार बोले – सौदा रद्द किया, जानकारी नहीं थी कि जमीन सरकारी है”
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि उनके बेटे पार्थ और उनके व्यापारिक साझेदार को जानकारी नहीं थी कि उनकी कंपनी द्वारा खरीदी गई जमीन सरकारी थी। अब पता चलने के बाद उन्होंने यह सौदा रद्द कर दिया है। जांच के लिए गठित समिति एक माह के भीतर रिपोर्ट सौंपेगी।
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