बुलंदशहर, 26 सितंबर 2025: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर (Buland Shahar) में एक प्रेम कहानी ने ऐसा भयावह मोड़ लिया कि पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। एक नाबालिग लड़की और उसके प्रेमी ने पुलिस (Police) और परिवार के पहुंचने पर अपनी जान दे दी। लड़के ने पहले अपनी प्रेमिका को गोली मार दी और फिर खुद को भी गोली मारकर सुसाइड कर लिया। यह घटना डिबाई के मोहल्ला सराय किशन चंद में बुधवार रात करीब 3 बजे घटी, जब पुलिस उन्हें ढूंढते हुए उनके किराए के घर तक पहुंच गई। यह प्रेमी जोड़ा कुछ ही दिनों पहले घर से भागा था और सुकून भरी जिंदगी की तलाश में बुलंदशहर आया था, लेकिन अंत में सब कुछ तबाह हो गया।
घटना का पूरा क्रम
प्रेमी जोड़े की कहानी 20 सितंबर को शुरू हुई, जब वे अपने-अपने घरों से फरार हो गए। लड़की मुजफ्फरनगर के थाना छप्पर क्षेत्र की रहने वाली थी, जो नाबालिग बताई जा रही है। लड़का हरिद्वार का निवासी था। दोनों ने बुलंदशहर के डिबाई में शरण ली और 22 सितंबर को मोहल्ला सराय किशन चंद में एक किराए का कमरा लिया। लड़के के फूफा ने उन्हें यह कमरा दिलवाने में मदद की, जिसमें उन्होंने 2,000 रुपये एडवांस दिए। दोनों यहां छिपकर रह रहे थे, लेकिन परिवार और पुलिस की तलाश उन्हें सताती रही।
बुधवार रात को मुजफ्फरनगर थाना पुलिस, लड़के के फूफा, ग्राम प्रधान समेत चार सदस्यों का एक दल घर पर पहुंचा। पुलिस ने दरवाजा खटखटाया और उन्हें बाहर बुलाने की कोशिश की, लेकिन जोड़े ने दरवाजा नहीं खोला। घबराहट में वे छत की ओर भागे। जब उन्हें लगा कि पुलिस ने उन्हें घेर लिया है और भागने का कोई रास्ता नहीं बचा, तो लड़के ने 315 बोर के तमंचे से पहले अपनी प्रेमिका के सिर में गोली मार दी। फिर, बिना वक्त गंवाए, उसने खुद को भी गोली मार ली। जब पुलिस छत पर पहुंची, तो दोनों के शव खून से लथपथ पड़े मिले। लड़की के सिर में गोली लगी थी, जबकि लड़के ने खुद को सीने में मारी थी।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
घटना की सूचना मिलते ही बुलंदशहर के एसएसपी दिनेश कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और जायजा लिया। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस ने बताया कि वे लंबे समय से जोड़े को चेतावनी दे रही थी कि गलत रास्ते पर न चलें, लेकिन उन्होंने बात नहीं मानी। अब मामले में हत्या और आत्महत्या के एंगल से जांच चल रही है। तमंचा जब्त कर लिया गया है, और फरार होने के पीछे के कारणों की पड़ताल हो रही है। एसएसपी ने कहा, “पुलिस उनको गली न चलाने की चेतावनी देती रही, लेकिन दुखद अंत हो गया।” परिवार वालों से पूछताछ जारी है, और नाबालिग होने के कारण लड़की के पक्ष में POCSO एक्ट के तहत भी जांच हो सकती है।
यह घटना उत्तर प्रदेश में प्रेम संबंधों पर बढ़ते दबाव को उजागर करती है। कई जोड़े परिवार के विरोध में भाग जाते हैं, लेकिन अंत में ऐसा भयावह कदम उठा लेते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि युवाओं को काउंसलिंग और जागरूकता की जरूरत है। बुलंदशहर में यह पहला ऐसा मामला नहीं है, लेकिन इसकी भयावहता ने सबको झकझोर दिया। परिवार अब शवों का अंतिम संस्कार करने की तैयारी में हैं, लेकिन सवाल बाकी है—क्या प्रेम की यह कीमत इतनी भारी होनी चाहिए?
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