चिदंबरम पर एक्शन की तैयारी?
नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम द्वारा ‘ऑपरेशन ब्लूस्टार'(BlueStar) को एक ‘गलती’ बताए जाने पर पार्टी आलाकमान(High Command) ‘बेहद नाराज़’ है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इस बात से खफा है कि वरिष्ठ नेता ऐसे सार्वजनिक बयान दे रहे हैं जिनसे पार्टी को शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है। चिदंबरम(Chidambaram) ने हिमाचल प्रदेश के कसौली में एक साहित्यिक कार्यक्रम में कहा था कि इंदिरा गांधी ने इस गलती की कीमत अपनी जान देकर चुकाई। पार्टी का मानना है कि जिन वरिष्ठ नेताओं को कांग्रेस से सब कुछ मिला है, उन्हें ऐसे बयान देने से पहले अधिक सावधानी बरतनी चाहिए। पार्टी कार्यकर्ता भी इस बात से परेशान हैं कि ऐसे विवादास्पद बयान बार-बार क्यों दिए जा रहे हैं।
पार्टी नेतृत्व की नाराज़गी और एक्शन की संभावना
कांग्रेस नेतृत्व का मानना है कि वरिष्ठ नेताओं के बार-बार के बयान पार्टी के लिए समस्याएं पैदा करते हैं, जो सही नहीं है। शीर्ष नेतृत्व इस पर विचार कर रहा है कि क्या चिदंबरम के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि यह आदत नहीं बननी चाहिए। यह नाराज़गी केवल चिदंबरम के इस विशेष बयान तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके हालिया कुछ अन्य बयानों से भी जुड़ी है जिनसे पार्टी को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा है। चिदंबरम के इस बयान ने 1984 के संवेदनशील और विवादास्पद सैन्य अभियान को फिर से चर्चा में ला दिया है।
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चिदंबरम का बयान और ‘ऑपरेशन ब्लूस्टार’ का संदर्भ
खुशवंत सिंह साहित्य महोत्सव में पत्रकार हरिंदर बावेजा से बातचीत के दौरान राज्यसभा सदस्य चिदंबरम ने कहा था कि “सभी आतंकवादियों को पकड़ने का कोई और तरीका हो सकता था, लेकिन ऑपरेशन ब्लूस्टार एक गलती थी। मैं मानता हूं कि श्रीमती गांधी ने इस गलती की कीमत अपनी जान देकर चुकाई।” हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह निर्णय सेना, खुफिया विभाग, पुलिस और नागरिक सुरक्षा एजेंसियों का था, और इसके लिए पूरी तरह से इंदिरा गांधी को ज़िम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। ‘ऑपरेशन ब्लूस्टार'(BlueStar) 1 से 10 जून 1984 के बीच चलाया गया सैन्य अभियान था जिसका उद्देश्य दमदमी टकसाल के प्रमुख जरनैल सिंह भिंडरावाले और उनके समर्थकों को सिखों के सबसे पवित्र स्थल स्वर्ण मंदिर से बाहर निकालना था। इसी अभियान के कुछ महीनों बाद 31 अक्टूबर 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा कर दी गई थी।
पी. चिदंबरम ने ‘ऑपरेशन ब्लूस्टार’ पर क्या टिप्पणी की जिससे पार्टी नेतृत्व नाराज़ है?
चिदंबरम ने कहा कि ‘ऑपरेशन ब्लूस्टार'(BlueStar) एक ‘गलती’ थी और “सभी आतंकवादियों को पकड़ने का कोई और तरीका हो सकता था।” उन्होंने यह भी कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने “इस गलती की कीमत अपनी जान देकर चुकाई।”
पार्टी आलाकमान चिदंबरम के खिलाफ क्या कार्रवाई कर सकता है और उनकी नाराज़गी का मुख्य कारण क्या है?
पार्टी सूत्रों ने कहा कि चिदंबरम के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई पर विचार किया जा सकता है। नाराज़गी का मुख्य कारण यह है कि वरिष्ठ नेता बार-बार ऐसे सार्वजनिक बयान दे रहे हैं, जिनसे पार्टी को शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है, और यह पार्टी के लिए समस्याएँ पैदा करता है।
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