घटना का विवरण
13 सितंबर 2025 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Mohan Yadav) के साथ एक बड़ा हादसा टल गया। मंदसौर जिले के गांधीसागर (Gandhi Nagar) फॉरेस्ट रिट्रीट के पास शनिवार सुबह करीब 7:30 बजे हॉट एयर बैलून में आग लग गई। सीएम यादव बैलून की ट्रॉली में सवार होकर सवारी का आनंद लेने वाले थे, लेकिन तेज हवा के कारण बैलून उड़ान नहीं भर सका। इसी दौरान उसके निचले हिस्से में आग भड़क उठी, जिससे अफरा-तफरी मच गई। उनके साथ मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता भी मौजूद थे।
हादसे का कारण
जानकारी के मुताबिक, बैलून को हवा से भरते समय हवा की रफ्तार अचानक 15-20 किलोमीटर प्रति घंटा तक बढ़ गई। विशेषज्ञों के अनुसार, हॉट एयर बैलून उड़ान के लिए हवा की गति शून्य या बहुत कम होनी चाहिए, खासकर सुबह 6 से 7:30 बजे के बीच जब सामान्यत: स्थिरता रहती है। लेकिन आज मौसम अनुकूल नहीं था। तेज हवा से बैलून का निचला हिस्सा झुक गया, और गैस लीक या प्रॉपेन हीटर की वजह से आग लग गई। पर्यटन विभाग ने इस आयोजन की जिम्मेदारी निजी कंपनी ललू जी एंड संस को सौंपी थी, जिसकी तैयारी पर सवाल उठ रहे हैं।
सुरक्षा व्यवस्था और त्वरित कार्रवाई
मौके पर मौजूद स्टाफ और सुरक्षा कर्मियों ने फौरन कार्रवाई की। उन्होंने आग पर काबू पा लिया और ट्रॉली को मजबूती से थाम लिया, जिससे सीएम को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें बैलून के जलते हिस्से और कर्मचारियों की भागदौड़ साफ दिख रही है। सीएम यादव ने खुद कहा, “कहां विदेश जाना? यहीं पर सब कुछ है।” उनकी सतर्कता और टीम की त्वरित प्रतिक्रिया ने स्थिति को नियंत्रित रखा। कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन यह घटना सुरक्षा चूक की ओर इशारा करती है।
पृष्ठभूमि और प्रभाव
यह हादसा गांधीसागर फेस्टिवल के चौथे संस्करण के दौरान हुआ, जिसका उद्घाटन सीएम ने शुक्रवार शाम किया था। वे रिट्रीट में नाइट हाल्ट के बाद बोटिंग का लुत्फ लेने पहुंचे थे। फेस्टिवल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आयोजित था, जिसमें हॉट एयर बैलून एक आकर्षण था। अब विपक्ष इस घटना को उठा रहा है, और सरकार जांच का आदेश दे सकती है। यह पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश के पर्यटन विकास में एक झटका है, लेकिन सीएम की सुरक्षित बरामदगी से राहत मिली। भविष्य में ऐसी गतिविधियों में सख्त सुरक्षा मानकों की जरूरत है।