ई दिल्ली। मथुरा के आसपास लगे गांवों से साइबर ठगों (Cyber Fraud) की गैंग सक्रिय थी। लंबे समय से डिजिटल अरेस्ट जैसे कई साइबर क्राइम की सूचनाएं मिल रही थीं। इसी क्रम में पुलिस ने घेराबंदी कर 42 आरोपियों को दबोच लिया। मथुरा के कुछ गांव तेजी से जामताड़ा की तरह साइबर अपराध का हब बनते जा रहे थे, जहां से ठगी का काला धंधा संचालित होता था। झारखंड (Jharkhand) का जामताड़ा जिला साइबर अपराधों के लिए कुख्यात है, और मथुरा का इलाका उसी तर्ज पर सक्रिय होता दिखाई दे रहा था।
चार गांवों में ताबड़तोड़ छापेमारी
इस गिरोह पर शिकंजा कसने के लिए मथुरा पुलिस ने कई थानों की फोर्स लगाई और चार गांवों में बड़े पैमाने पर छापेमारी अभियान चलाया। एसपी देहात सुरेश चन्द रावत ने कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि 4 सीओ और भारी पुलिस बल के साथ सर्च अभियान चलाया गया। इस दौरान भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामान, आधार कार्ड, मोबाइल फोन (Mobile Phone) समेत कुल 42 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
देवसेरस गांव में भारी पुलिस बल की तैनाती
थाना गोवर्धन क्षेत्र के देवसेरस गांव में भी साइबर अपराधियों की धरपकड़ के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया गया। पुलिस अधिकारियों और बड़ी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में चारों दिशाओं से गांव को घेरकर कार्रवाई की गई।जैसे ही पुलिस की टीमें गांव पहुंचीं, इलाके में हड़कंप मच गया। कई आरोपी तुरंत इधर-उधर भागने लगे, लेकिन पुलिस ने उन्हें घेरकर दबोच लिया।
42 लोग हिरासत में, पूछताछ जारी
पुलिस ने बताया कि छापेमारी के दौरान मोबाइल, आधार कार्ड तथा काफी मात्रा में संदिग्ध सामग्री बरामद की गई है। यह पूरा क्षेत्र साइबर क्राइम के लिए बेहद सक्रिय माना जाता रहा है। पुलिस ने एक दर्जन से अधिक मुख्य संदिग्धों सहित कुल 42 लोगों को हिरासत में लिया है।सभी से गहन पूछताछ की जा रही है और दोषी पाए जाने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
Read More :