Latest News-Bihar : ग्रेजुएट बेरोज़गारों को अब मिलेगा भत्ता

By Surekha Bhosle | Updated: October 4, 2025 • 5:39 PM

बिहर में सुशासन के कार्यक्रम 2015-20 एवं राज्य (Bihar) सरकार के 7 निश्चय में से एक आर्थिक हल, यवाओं को बल के तहत वित्तीय वर्ष 2016-17 से मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना का कार्यान्वयन कराया जा रहा है. बिहार के 20 से 25 वर्ष आयु वर्ग के 12वीं या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण बेरोजगार युवक/युवतियों को रोजगार की सहायता के तौर पर प्रत्येक माह 1,000/- रूपये की दर से स्वयं सहायता भत्ता अधिकतम 2 साल तक दिया जाता है

बिहर इस योजना का शुभारंभ साल 2016 में दो अक्तूबर से किया गया है. बिहार सरकार द्वारा सात निश्चय-2 कार्यक्रम में भी इस योजना को जारी रखते हुए वर्ष (2021-22 से 2025-26) तक विस्तारित किया गया है. राज्य सरकार के सात निश्चय कार्यक्रम अन्तर्गत पूर्व से संचालित मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के लाभुकों के शैक्षणिक योग्यता में स्नातक (कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय से) उत्तीर्ण को भी शामिल किये जाने का निर्णय लिया गया हैं।

दो साल तक मिलेगा योजना का लाभ

बिहर अब उक्त योजना के तहत 20-25 वर्ष के आयु वर्ग में आने वाले वैसे युवक/युवतियों जो राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों/संस्थानों से स्नातक (कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय से) उत्तीर्ण हों, एवं स्वरोजगार/सरकारी/निजी/गैर सरकारी नियोजन (अनुबंध/स्थायी/अस्थायी रूप से) प्राप्त नहीं किये हैं, कहीं अध्ययनरत नहीं हैं तथा रोजगार की तलाश कर रहे हैं, को भी 1,000/- (एक हजार) रूपये प्रतिमाह की दर से अधिकतम 2 साल तक इस योजना का लाभ देय होगा।

इस योजना के तहत स्नातक उत्तीर्ण युवक/युवतियों जो स्वयं सहायता भत्ता की राशि प्राप्त करेंगे, उनको रोजगार/स्वरोजगार के लिए क्षमतावर्धन हेतु श्रम संसाधन विभाग, बिहार द्वारा निःशुल्क कौशल विकास से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा. इस योजना के अन्तर्गत प्रतिवर्ष पाँच लाख लाभार्थीयों को स्वयं सहायता भत्ता का लाभ देने का लक्ष्य है, जिसपर कुल अनुमानित व्यय 600.00 (छः सौ) करोड़ रूपये प्रतिवर्ष है।

लाभ के लिए कैसे आवेदन करें

इस योजना अन्तर्गत निहित प्रावधानों से राज्य के स्नातक (कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय से) उत्तीर्ण पात्र युवक/युवतियों को अवगत कराने के लिए निर्गत संकल्प/पत्र की प्रति राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति/सभी प्रमंडलीय आयुक्त/सभी जिला पदाधिकारी/सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी/सभी जिला योजना पदाधिकारी/सभी महाविद्यालयों के प्राचार्य एवं सभी क्षेत्रीय योजना पदाधिकारी को भेजा जा चुका है।

इस योजना का लाभ लेने के लिए https://www.7nishchay-yuvaupmission.bihar.gov.in पर Online आवेदन भी कर सकते हैं. आवेदकों की सुविधा तथा समस्याओं के त्वरित समाधान हेतु राज्य स्तर पर युवा निश्चय सुविधा केन्द्र (कॉल सेंटर) के Toll Free No. 1800-3456-4444 पर सम्पर्क स्थापित कर सकते हैं.

अन्य पढ़ें: नलकूपों से पानी के दुरुपयोग को वैज्ञानिक पद्धति रोके : सीएम योगी

बेरोजगारी के कितने प्रकार होते हैं?

उत्तर: भारत में बेरोज़गारी तीन प्रकार की होती है: चक्रीय, संरचनात्मक और घर्षणात्मक। चक्रीय बेरोज़गारी अर्थव्यवस्था में मंदी या मंदी के कारण होती है। संरचनात्मक बेरोज़गारी तब होती है जब उपलब्ध नौकरियों के लिए आवश्यक कौशल और कार्यबल के कौशल के बीच बेमेल होता है।

भारत में बेरोजगारों की संख्या कितनी है?

पिछली जनगणना (मार्च 2021) के समय आईएलओ की बेरोजगारी दर 3.5% थी, जो उस समय 2,058 लोगों के बेरोजगार होने के बराबर थी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तुलनीय दर अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) द्वारा निर्धारित की जाती है। ILO की बेरोज़गारी दर, संपूर्ण कार्यबल में बेरोज़गार लोगों के अनुपात को मापती है।

अन्य पढ़ें:

#BiharGovernment #BreakingNews #CMNischayScheme #HindiNews #LatestNews #SaatNischay #UnemploymentAllowance #YouthEmpowerment