नई दिल्ली। लंबे समय से रूस की सेना में अवैध रूप से भारतीय नागरिकों की भर्ती का मामला सुर्खियों में बना हुआ है। अब भारत सरकार ने इस पर कार्रवाई तेज करते हुए बताया है कि 44 भारतीय वर्तमान में रूस की सेना में तैनात हैं। विदेश मंत्रालय (Foriegn Minister) ने कहा कि इन सभी की जल्द रिहाई सुनिश्चित करने के लिए भारत लगातार रूस से संपर्क में है।
रूसी दूतावास और मॉस्को से लगातार संपर्क
विदेश मंत्रालय ने बताया कि नई दिल्ली में रूसी दूतावास और मॉस्को (Masco) में भारतीय अधिकारियों के माध्यम से लगातार बातचीत जारी है।भारत ने रूस से मांग की है कि भारतीय नागरिकों की भर्ती की इस प्रथा पर तत्काल रोक लगाई जाए।
विदेश मंत्रालय की चेतावनी आकर्षक नौकरी के झांसे में न आएं
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल (Spokesperson Randhir Jaiswal) ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों से अपील की है कि वे विदेशों में फर्जी नौकरियों के झांसे में न आएं। उन्होंने कहा, “पिछले कुछ महीनों में हमें जानकारी मिली है कि कुछ भारतीयों को रूस की सेना में भर्ती किया गया है। हमने रूसी पक्ष से सभी की जल्द से जल्द रिहाई की मांग की है।”
रूस में तैनात भारतीयों के परिजनों से भी संपर्क
मंत्रालय ने कहा कि वह न सिर्फ रूस से बातचीत कर रहा है बल्कि रूस में फंसे भारतीयों के परिजनों से भी संपर्क बनाए हुए है। भारत की कानून प्रवर्तन एजेंसियां पहले भी ऐसे मामलों में कार्रवाई कर चुकी हैं और आगे भी इस तरह के जोखिम वाले मामलों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है।
तेल निर्यात पर ट्रंप के दावे पर नहीं दी सीधी प्रतिक्रिया
भारत की रूस से तेल खरीद को लेकर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयान पर सवाल पूछे जाने पर रणधीर जायसवाल ने सीधा जवाब देने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि भारत का निर्णय हमेशा घरेलू उपभोक्ताओं की ऊर्जा आवश्यकताओं और वैश्विक बाजार की परिस्थितियों पर आधारित होता है।
जयशंकर की रूसी उप-विदेश मंत्री से बैठक
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने 7 नवंबर को रूस के उप-विदेश मंत्री आंद्रे रुडेन्को से मुलाकात की।
जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए बताया कि बैठक में द्विपक्षीय सहयोग, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की गई।
म्यांमार से 270 भारतीयों की वापसी
रणधीर जायसवाल ने बताया कि म्यांमार से 270 भारतीय नागरिक स्वदेश लौट चुके हैं। ये सभी लोग फर्जी नौकरी के स्कैम सेंटरों के झांसे में फंस गए थे। उन्हें थाईलैंड के माइसोट लाकर दो विमानों से भारत भेजा गया।विदेश मंत्रालय ने सभी के भारतीय नागरिक होने की पुष्टि के बाद ही उन्हें वापस लाने की अनुमति दी। उन्होंने कहा कि कुछ और भारतीय थाईलैंड में फंसे हुए हैं, जिन्हें भी जल्द भारत लाया जाएगा।
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