Latest News : INS सह्याद्रि शामिल हुआ भारत-जापान समुद्री अभ्यास में

By Surekha Bhosle | Updated: October 22, 2025 • 4:53 PM

भारतीय नौसेना का युद्धपोत (INS) सह्याद्री जापान के साथ हुए समुद्री युद्धाभ्यास JAIMEX-2025 में शामिल हुआ. यह अभ्यास 16 से 18 अक्टूबर तक समुद्र में हुआ और इसके बाद 21 अक्टूबर को जहाज़ ने जापान के योकोसुका बंदरगाह पर पहुंचकर अभ्यास के हार्बर फेज़ में भाग लिया. इस दौरान भारत के INS सह्याद्री के साथ जापान के युद्धपोत Asahi, Oumi और पनडुब्बी (Jinryu) ने भी हिस्सा लिया. दोनों देशों की नौसेनाओं ने पनडुब्बी रोधी अभ्यास, मिसाइल रक्षा, हवाई संचालन और समुद्र में ईंधन भरने के अभ्यास जैसे कई उन्नत अभ्यास किए

योकोसुका बंदरगाह पर दोनों देशों के नौसैनिक दलों ने एक-दूसरे के जहाजों का दौरा किया, संयुक्त योजनाएं बनाईं और योग सत्र भी किया ताकि आपसी समझ और दोस्ती को और मजबूत किया जा सके. जैसे ही INS सह्याद्रि योकोसुका पहुंचा, वहां भारतीय नौसेना के अधिकारियों का गर्मजोशी से स्वागत हुआ. यह अभ्यास भारत और जापान के बीच बढ़ते रक्षा और समुद्री सहयोग को दर्शाता है. दोनों देश मिलकर इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति, स्थिरता और स्वतंत्र समुद्री मार्ग बनाए रखने की दिशा में काम कर रहे हैं।

2012 में नौसेना में शामिल हुआ INS सह्याद्री

INS सह्याद्री भारत में बनी शिवालिक श्रेणी के गाइडेड मिसाइल स्टील्थ फ्रिगेट्स का तीसरा युद्धपोत है. इसे 2012 में नौसेना में शामिल किया गया था. यह जहाज भारत की आत्मनिर्भर भारत नीति और स्वदेशी रक्षा क्षमता का उदाहरण है।

INS सह्याद्री कई द्विपक्षीय एवं बहुपक्षीय समुद्री अभ्यासों के साथ-साथ विभिन्न परिचालन तैनातियों में सक्रिय भूमिका निभा चुका है. यह नौसेना के पूर्वी बेड़े का हिस्सा है, जिसका मुख्यालय विशाखापत्तनम में है. यह पोत हवा, सतह और पानी के नीचे से आने वाले खतरों को पहचानने और खत्म करने में सक्षम है. यह भारत की समुद्री शक्ति और कूटनीतिक प्रतिबद्धता का परिचायक है।

मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर ले जाने में भी सक्षम

इस युद्धपोत की खासियत है कि इसका कैपेसिटी डिस्प्लेसमेंट लगभग 6,800 टन है और यह करीब 32 नॉट (लगभग 60 किलोमीटर प्रति घंटा) की गति से चल सकता है. इसे बराक-1 और श्टिल-1 मिसाइलों के साथ-साथ ब्रह्मोस एंटी-शिप मिसाइलों और एंटी-सबमरीन रॉकेट लॉन्चरों से सुसज्जित किया गया है, और यह एक मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर ले जाने में भी सक्षम है.

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INS सह्याद्रि भारत में बनी शिवालिक कैटेगरी के स्टील्थ फ्रिगेट्स में से एक है. इसी सीरीज में दो और जहाज हैं INS शिवालिक और INS सतपुड़ा. इन सभी को मझगांव डॉक लिमिटेड ने तैयार किया है. यह भारत की स्वदेशी जहाज निर्माण क्षमता का बड़ा उदाहरण है.

सह्याद्री का क्या अर्थ है?

भारत के पश्चिमी तट पर स्थित पर्वत श्रृंखला को पश्चिमी घाट या सह्याद्रि कहते हैं।

पश्चिमी घाटों को सहयाद्री के नाम से किस राज्य में जाना जाता है?

पश्चिमी घाट , जिसे सह्याद्रि के नाम से भी जाना जाता है, एक पर्वत श्रृंखला है जो भारतीय प्रायद्वीप के पश्चिमी तट पर 1,600 किलोमीटर (990 मील) तक फैली हुई है। 160,000 किलोमीटर (62,000 वर्ग मील) के क्षेत्र में फैली यह पर्वत श्रृंखला गुजरात , महाराष्ट्र , गोवा , कर्नाटक , केरल और तमिलनाडु राज्यों से होकर गुजरती है।

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