Kishan : भारत-रूस कृषि साझेदारी का नया सेतु बनेंगे हेलीकाप्टर वाले किसान डॉ. राजाराम त्रिपाठी !

By Ajay Kumar Shukla | Updated: July 25, 2025 • 9:42 PM

छत्तीसगढ़। भारत के कृषि जगत की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को नई ऊँचाइयों पर ले जाने वाले बस्तर (Bastar) के गौरव डॉ. राजाराम त्रिपाठी 28 जुलाई से 7 अगस्त 2025 तक रूस (Russia) की ऐतिहासिक यात्रा पर जा रहे हैं। रूस की प्रतिष्ठित संस्था इंटरनेशनल बिज़नेस एलायंस (IBA), मॉस्को और भारत का प्रमुख कृषि मीडिया समूह कृषि जागरण एवं एग्रीकल्चर वर्ल्ड डॉ. राजाराम त्रिपाठी के रूस आगमन पर अभूतपूर्व गर्मजोशी के साथ स्वागत की तैयारी कर रहे हैं।

भारत-रूस कृषि सहयोग को नए आयाम देने के लिए आमंत्रण

इंटरनेशनल बिजनेस एलायंस मॉस्को के अध्यक्ष तथा कृषि जागरण समूह के संस्थापक-चेयरमैन श्री एम.सी. डॉमिनिक द्वारा भेजे गए औपचारिक पत्र में डॉ. त्रिपाठी को भारत-रूस कृषि सहयोग को नए आयाम देने के लिए बैठक हेतसम्मानपूर्वक आमंत्रित किया गया है। इस विशेष यात्रा के दौरान रूस के अग्रणी कृषि विशेषज्ञ, उद्यमी और ऑर्गेनिक उत्पादों से जुड़े दिग्गज, डॉ. त्रिपाठी के साथ संवाद स्थापित कर परस्पर सहयोग की रणनीति बनाएंगे। रूस की इन संस्थाओं द्वारा दी जा रही गर्मजोशी यह दर्शाती है कि सतत कृषि, आयुर्वेदिक उत्पादों और ऑर्गेनिक निर्यात के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर गंभीरता से सराहा जा रहा है।

बस्तर जैसे अंचल से निकलकर वैश्विक मंच पर पहुंचे है डॉ. त्रिपाठी

बस्तर जैसे अंचल से वैश्विक मंच पर पहुंचने वाले डॉ. त्रिपाठी की यह यात्रा न केवल भारत बल्कि रूस के कृषि जगत के लिए भी नई संभावनाओं का द्वार खोलेगी।इस अवसर पर डॉक्टर त्रिपाठी ने कहा कि भारत अपने उन्नत खेती के जरिए ही अतीत में सोने की चिड़िया कहलाता था। तमाम समस्याओं के बावजूद भारत के कृषि क्षेत्र में देश के लिए ही नहीं वल्कि पूरी दुनिया के लिए अपार संभावनाएं निहित हैं। कृषि जागरण समूह की विशेष पहल पर मॉस्को और सेंट पीटर्सबर्ग में रूस के शीर्ष कृषि विशेषज्ञों और उद्यमियों के साथ होने वाली यह बैठकें चंभारत-रूस के बीच सतत कृषि, ऑर्गेनिक हर्बल निर्यात और नवाचार सहयोग के नए अवसर खोलेगी।

भारतीय कृषि की एक सशक्त आवाज़ हैं डॉ. त्रिपाठी

बस्तर के पिछड़े अंचल में जन्मे डॉ. त्रिपाठी आज वैश्विक मंच पर भारतीय कृषि की एक सशक्त आवाज़ हैं। वे भारत के पहले अंतरराष्ट्रीय प्रमाणित ऑर्गेनिक हर्बल फार्म – “मां दंतेश्वरी हर्बल फार्म” के संस्थापक हैं। उन्होंने विश्वस्तरीय काली मिर्च प्रजाति MDBP-16 विकसित कर कृषि उत्पादन में क्रांतिकारी परिवर्तन लाया है। सफेद मूसली उत्पादन व गुणवत्ता में उनका फार्म वैश्विक स्तर पर एक नंबर पर माना जाता है।

कुछ महीने पूर्व ही ब्राज़ील सरकार ने किया था आमंत्रित

सिर्फ कुछ महीने पूर्व ही ब्राज़ील सरकार ने उन्हें कृषि भ्रमण हेतु आमंत्रित किया था और अब रूस का यह सम्मान भारत और बस्तर दोनों के लिए गर्व का क्षण है। स्टीविया की विशेष ‘बिटर-फ्री’ किस्म, आयुर्वेदिक उत्पादों में शोध और नवाचार, तथा सात बार राष्ट्रीय स्तर पर कृषि मंत्रियों द्वारा सम्मानित होने का उनका रिकॉर्ड उन्हें देश का सबसे विशिष्ट और बहुश्रुत किसान नेता बनाता है। डॉ. त्रिपाठी की यह रूस यात्रा न केवल भारत-रूस कृषि संबंधों को गहरा करेगी, बल्कि छत्तीसगढ़ और बस्तर की धरती के गौरव को भी वैश्विक मानचित्र पर उजागर करेगी।

राजाराम त्रिपाठी की जमीन कितने एकड़ है?

राजाराम त्रिपाठी के पास लगभग 700 से 1,000 एकड़ जमीन हैं, जैसा कि विभिन्न विश्वसनीय स्रोत बताते हैं।

Rajaram Tripathi कौन है ?

डॉ. राजाराम त्रिपाठी छत्तीसगढ़ के बस्तर (कोंडागांव/जगदलपुर) के निवासी हैं, जन्म 1962 में दरभा के ककनार गांव में हुआ।

हेलिकॉप्टर वाला किसान कौन है?

राजाराम त्रिपाठी ही वह किसान हैं जिन्हें मीडिया “हेलिकॉप्टर वाला किसान” कहकर पहचानती है। उन्होंने अपनी खेती के कार्यों—विशेषकर काली मिर्च की ऊँची लताओं पर पानी और कीटनाशक छिड़काव—के लिए लगभग ₹7 करोड़ में R‑44 मॉडल, चार-सीटर हेलिकॉप्टर ख़रीदने के लिए निर्णय लिया है।

Read also: UP: सीएम योगी करेंगे भारत के पहले एआई-ऑगमेंटेड मल्टीडिसिप्लिनरी विश्वविद्यालय का उद्घाटन

# Paper Hindi News #Breaking News in Hindi bastar Chhattisgarh Dr. Rajaram Tripathi Helicopter farmer India-Russia latestnews