कोटा। रेलवे जनसंपर्क विभाग के कर्मचारियों की मांगों पर पर लोकसभा अध्यक्ष (Lok Sabha Speaker) ने सकारात्मक आश्वासन दिया है। भारतीय रेलवे के इतिहास में पहली बार जनसंपर्क विभाग (Public Relations Department) के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा अखिल भारतीय रेलवे जनसंपर्क सेमिनार का भव्य आयोजन शनिवार को कोटा के मेनाल रेलवे ऑफिसर्स क्लब में किया गया। इस ऐतिहासिक आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जी ने गरिमामयी उपस्थिति दर्ज की और भारतीय रेलवे जनसंपर्क कैडर की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।
मंडल रेल प्रबंधक अनिल कालरा ने जनसंपर्क विभाग की सराहना की
मंडल रेल प्रबंधक अनिल कालरा द्वारा मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष का स्वागत करते हुए रेलवे के जनसंपर्क विभाग द्वारा किए जा रहे महत्वपूर्ण कार्यों की सराहना की गई। इसके बाद जनसंपर्क विभाग के परिचय पर एक संक्षिप्त वीडियो प्रदर्शित किया गया, जिससे जनसंपर्क कर्मियों की बहुआयामी भूमिका का परिचय उपस्थित जनसमूह को मिला। वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी कमल जोशी द्वारा जनसंपर्क कैडर का विस्तृत परिचय प्रस्तुत किया गया, जिसमें विभाग की वर्तमान कार्यप्रणाली, दायित्व, एवं संरचनात्मक चुनौतियों को रेखांकित किया गया।
रेलवे जनसंपर्क विभाग सरकार और जनता के बीच विश्वास का सेतु : ओम बिरला
इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अपने उद्बोधन में कहा कि “रेलवे का जनसंपर्क विभाग सरकार और जनता के बीच विश्वास का सेतु है। इसकी मजबूती से रेलवे की छवि और पारदर्शिता में वृद्धि होती है।” उन्होंने विभाग के हितों की रक्षा और समस्याओं के समाधान हेतु सकारात्मक आश्वासन भी प्रदान किया। इसके उपरांत सेमिनार सत्र आयोजित किया गया, जिसमें देशभर से आए वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी, जनसंपर्क अधिकारी एवं प्रचार निरीक्षकों ने अपने विचार, अनुभव एवं कैडर से संबंधित व्यावहारिक सुझाव प्रस्तुत किए।
विचार-विमर्श सत्र जनसंपर्क विभाग की कार्यक्षमता, कैडर पुनर्गठन की दिशा तय करने में मील का पत्थर
यह विचार-विमर्श सत्र जनसंपर्क विभाग की कार्यक्षमता, कैडर पुनर्गठन, और भविष्य की दिशा तय करने में मील का पत्थर सिद्ध हुआ। कार्यक्रम में अपर मंडल रेल प्रबंधक ललित कुमार धुरंधर, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ जैन, मंडल वाणिज्य प्रबंधक किशोर पटेल, नेता प्रतिपक्ष लव शर्मा सहित रेलवे के विभिन्न संवर्गों के वरिष्ठ अधिकारियों, कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
रेलवे में पी-वे विभाग क्या है?
यह विभाग रेल की पटरियों और उससे संबंधित संरचनाओं की देखरेख और मरम्मत के लिए जिम्मेदार होता है।
रेलवे में कुल कितने विभाग होते हैं?
भारतीय रेलवे में कई विभाग होते हैं, जो तकनीकी, प्रशासनिक और परिचालन कार्यों को संभालते हैं। सामान्यतः ये 11 प्रमुख विभाग माने जाते हैं।
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