प्राकृतिक संपदाओं से घिरा पूर्वोत्तर का खूबसूरत राज्य मिजोरम (Mizoram) 13 सितंबर से भारतीय मानचित्र में रेल नेटवर्क (Rail Network) से जुड़ेगा। इसके साथ लखनऊ ही नहीं उत्तर प्रदेश के पर्यटकों के लिए त्रिपुरा, असम और मणिपुर से घिरे हुए मिजोरम की राजधानी आइजोल में छुट्टी बिताने की राह आसान होगी।
पर्यटकों और कारोबारियों के लिए नया विकल्प
असम, अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के बाद अब पर्यटकों के लिए मिजोरम एक नया विकल्प होगा। रेल नेटवर्क उत्तर प्रदेश के लिए नया कारोबारी केंद्र भी बनेगा। मिजोरम के बांस से बने पारंपरिक उत्पादों और जनजातीय डिजाइन वाले वस्त्र अब आसानी और कम खर्च में लखनऊ तक पहुंच सकेंगे।
बैराबी से सायरंग तक कठिन प्रोजेक्ट
स्वतंत्रता के 77 साल बाद आइजोल को रेल नेटवर्क से जोड़ने का सपना साकार होने जा रहा है। बैराबी से सायरंग तक 51.38 किलोमीटर लंबी रेललाइन तैयार की गई है। इसे रेलवे के इतिहास के सबसे कठिन प्रोजेक्टों में से एक माना जाता है।
पीके क्षत्रिय का अहम योगदान
रेलवे अधिकारी पीके क्षत्रिय ने इस प्रोजेक्ट को आकार देने में बड़ी भूमिका निभाई। वह जनवरी 2023 से जनवरी 2025 तक रेलवे निर्माण संगठन के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी रहे। बैराबी से आइजोल रेललाइन का प्रस्ताव 1999 में तैयार हुआ था और 2008-09 में इसे नेशनल प्रोजेक्ट का दर्जा मिला।
चुनौतियों से भरा रहा निर्माण कार्य
दुर्गम पहाड़, घने जंगल और छह महीने की लगातार बारिश ने प्रोजेक्ट को बेहद चुनौतीपूर्ण बना दिया। निर्माण सामग्री पहुंचाने के लिए 200 किलोमीटर का अतिरिक्त रास्ता बनाना पड़ा। श्रमिकों को रोकना मुश्किल था क्योंकि खानपान और कनेक्टिविटी की दिक्कतें थीं। यहां पुलों की औसत ऊंचाई 56 मीटर रखी गई, जबकि सामान्य रेल सेक्शन में 10–15 मीटर होती है।
सायरंग का अनोखा पुल
सायरंग में 114 मीटर ऊंचा रेलवे पुल नंबर 196 बनाया गया है, जिसकी ऊंचाई कुतुबमीनार से 42 मीटर अधिक है। यह इस प्रोजेक्ट का सबसे बड़ा आकर्षण है।
पर्यटन और स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा
आइजोल में सितंबर से मार्च तक कई त्योहार आयोजित होते हैं – जैसे चापचर कुट, फ्लावटर फेस्टिवल और क्रिसमस, जो विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित करते हैं। रेललाइन शुरू होने से पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। साथ ही, गुवाहाटी रेफर होने वाले मरीजों को अब महंगे हवाई टिकट के इंतजार से राहत मिलेगी।
मिजोरम में कौन सा रेलवे स्टेशन है?
बैराबी मिज़ोरम राज्य का एकमात्र रेलवे स्टेशन है, हालाँकि यह स्टेशन उत्तरी मिज़ोरम में है और आइज़ोल शहर से 90 किलोमीटर दूर है।
भारत में रेलवे नेटवर्क की लंबाई कितनी है?
भारतीय रेल पर मार्ग की कुल लंबाई 67,956 किमी थी जबकि रनिंग ट्रैक लंबाई सहित यह 99,235 किमी है।यार्ड, साइडिंग आदि मिलाकर कुल मार्ग 1,26,366 किमी है। यह सारणी गत वर्षों में भारतीय विद्युतीकृत रेल नेटवर्क के बदलते आकार को प्रदर्शित करती है।
Read More :