बीजापुर। जिले के भोपालपटनम ब्लॉक के नेशनल पार्क एरिया में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। चिल्लामरका कैंप की 214वीं बटालियन सीआरपीएफ, (CRPF) 206वीं बटालियन, डीआरजी और बीडीएस (BDS) की संयुक्त टीम ने एरिया डॉमिनेशन अभियान के दौरान नक्सलियों की बड़ी साजिश को नाकाम किया।
5 IED बरामद और निष्क्रिय किए गए
सुरक्षा बलों की टीम ने चिल्लामरका और कांडलापड़ती के बीच जंगली पहाड़ी इलाके में खोज अभियान के दौरान 5 आईईडी (IED) बरामद किए। जानकारी के अनुसार, चिल्लामरका से लगभग 4 किलोमीटर आगे कडला की ओर नाले को पार करने के बाद जवानों की टीम को सीरीज में लगाए गए विस्फोटक मिले। बीडीएस और सीआरपीएफ की टीम ने तुरंत सतर्कता दिखाते हुए सभी आईईडी को मौके पर निष्क्रिय कर दिया।
शहीद जवान की याद ताजा
यह वही इलाका है जहां पहले हुए आईईडी विस्फोट में डीआरजी का एक जवान शहीद हो गया था और तीन अन्य जवान घायल हुए थे। इस घटना ने सुरक्षा बलों को और सतर्क किया था। वर्तमान कार्रवाई ने साबित कर दिया कि जवान हर परिस्थिति में पूरी तैयारी और सावधानी के साथ नक्सलियों की खतरनाक योजनाओं को रोकने के लिए तत्पर रहते हैं।
शनल पार्क क्षेत्र में नक्सल गतिविधियों की रोकथाम
नेशनल पार्क एरिया लंबे समय से नक्सलियों का गढ़ माना जाता है। यहां लगातार सुरक्षा बल एरिया डॉमिनेशन और सर्च अभियान चलाते हैं ताकि नक्सली मूवमेंट को नियंत्रित रखा जा सके। इस इलाके की पहाड़ियों और घने जंगलों की वजह से नक्सली अक्सर छुपकर हमला करने की कोशिश करते हैं।
जवानों की सतर्कता और चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन
सुरक्षा बलों के अधिकारी बताते हैं कि इस ऑपरेशन में जंगल की कठिन भौगोलिक स्थिति, सीमित विजिबिलिटी और आईईडी का खतरा था। बावजूद इसके जवानों ने धैर्य और तकनीकी दक्षता का परिचय देते हुए बिना किसी हताहत के मिशन को सफल बनाया। अधिकारीयों का कहना है कि यह कार्रवाई न केवल सुरक्षा बलों की तत्परता को दर्शाती है, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी सुरक्षा की गारंटी है।
नक्सलियों की मंशा पर अंकुश
इस सफलता से साबित होता है कि नक्सलियों की खतरनाक योजनाओं को किसी भी हाल में सफल नहीं होने दिया जाएगा। सुरक्षा बलों ने स्थानीय समुदाय और जंगल के पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए ऑपरेशन किया।
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