News Hindi : भारत वर्तमान में दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था : राजनाथ सिंह

By Ajay Kumar Shukla | Updated: October 3, 2025 • 7:41 PM

हैदराबाद : रक्षा मंत्री (Defence Minister) राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत वर्तमान में दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था (Economy) है। आज हाल के वर्षों में भारत की सशक्त सैन्य प्रतिक्रियाओं को याद किया – जिसमें 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक, 2019 की बालाकोट हवाई हमले और 2025 का ऑपरेशन सिंदूर शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ये कार्रवाइयाँ अपने नागरिकों और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए भारत के अटूट संकल्प को दर्शाती हैं।

हमने आतंकवाद को निशाना बनाया : रक्षा मंत्री

हैदराबाद शहर में एक कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए, राजनाथ सिंह ने कहा, “जब भी भारत का गौरव और सम्मान दांव पर लगा है, हमने कोई समझौता नहीं किया है। जब हमने पहलगाम आतंकवादी हमले का जवाब दिया, तो हमने आतंकवादियों का धर्म नहीं पूछा – हमने आतंकवाद को निशाना बनाया, न कि नागरिकों या सैन्य प्रतिष्ठानों को।” सिंह ने इस बात पर ज़ोर दिया कि भारत की बढ़ती सैन्य और आर्थिक ताकत का उद्देश्य प्रभुत्व हासिल करना नहीं, बल्कि भगवान महावीर द्वारा सिखाए गए अपने सांस्कृतिक मूल्यों, आध्यात्मिक परंपराओं और मानवीय आदर्शों की रक्षा करना है।

रक्षा निर्यात 600 करोड़ रुपये से बढ़कर आज 24,000 करोड़ रुपये

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए, केंद्रीय मंत्री ने रक्षा निर्यात में 2014 के लगभग 600 करोड़ रुपये से बढ़कर आज 24,000 करोड़ रुपये से अधिक हो जाने का उल्लेख किया, जिसका लक्ष्य 2029 तक 50,000 करोड़ रुपये का है। उन्होंने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड से हाल ही में 64% से अधिक स्वदेशी सामग्री वाले 97 हल्के लड़ाकू विमानों की खरीद को ‘आत्मनिर्भरता’ की दिशा में एक मील का पत्थर बताया।

भारत दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा

उन्होंने कहा, ” हिन्दुस्तान दुनिया का विनिर्माण केंद्र बनने की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। वह दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया का कारखाना बनकर उभरेगा।”
मंत्री ने यह भी बताया कि भारत वर्तमान में दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, जिसका अनुमानित सकल घरेलू उत्पाद 2030 तक 7.3 ट्रिलियन डॉलर होने का अनुमान है और यह तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। उन्होंने आगे कहा कि 2038 तक, क्रय शक्ति समता (पीपीपी) के संदर्भ में भारत दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी, बाबा रामदेव-योग गुरु एवं तेलंगाना सरकार के मंत्री डी. श्रीधर बाबू आदि उपस्थित रहे।

चीन का भारत पर कितना कर्ज है?

India पर चीन का कोई बड़ा सार्वजनिक कर्ज नहीं है

Indiaसे अलग हुए देशों के नाम क्या हैं?

भारत से सीधे यह देश अलग नहीं हुए हैं, लेकिन अगर आप ब्रिटिश भारत (British India) से विभाजित या स्वतंत्र हुए देशों की बात कर रहे हैं, तो यहां कुछ प्रमुख नाम दिए गए हैं जो कभी न कभी ब्रिटिश शासन के अंतर्गत थे:

  1. भारत (India)
  2. पाकिस्तान (Pakistan) – 1947
  3. बांग्लादेश (Bangladesh) – 1971 (पाकिस्तान से अलग हुआ, जो पहले भारत का हिस्सा था)
  4. म्यांमार / बर्मा (Myanmar) – 1937
  5. श्रीलंका (Sri Lanka) – 1948
  6. नेपाल (Nepal) – स्वतंत्र रहा, लेकिन ब्रिटिश प्रभाव रहा
  7. भूटान (Bhutan) – स्वतंत्र रहा, लेकिन ब्रिटिश प्रभाव रहा
  8. अफगानिस्तान (Afghanistan) – ब्रिटिश प्रभाव था, लेकिन भारत से अलग नहीं हुआ
  9. मालदीव (Maldives) – 1965 में स्वतंत्र
  10. तिब्बत (Tibet) – अब चीन का हिस्सा है, लेकिन ऐतिहासिक जुड़ाव रहा है

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