नई दिल्ली । भारत और अमेरिका के व्यापारिक रिश्ते फिलहाल तनावपूर्ण हैं, लेकिन हाल ही में कुछ संकेत मिल रहे हैं कि दोनों देशों के बीच संवाद और सहयोग फिर से मजबूत हो सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के बीच जल्द मुलाकात होने की संभावना है। इस मुलाकात में दोनों देश कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
मार्को रुबियो के बयान से सकारात्मक संकेत
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNO) के 80वें सत्र के दौरान भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। रुबियो ने कहा कि भारत, अमेरिका के लिए व्यापार, ऊर्जा, फार्मा और क्रिटिकल मिनरल्स के क्षेत्र में बेहद महत्वपूर्ण सहयोगी है। उन्होंने यह भी संकेत दिए कि भारत पर लगाए गए टैरिफ को फिक्स किया जा सकता है।
टैरिफ और व्यापार संबंधों की स्थिति
हाल ही में ट्रंप प्रशासन ने भारत पर कुल 50 फीसदी का टैरिफ लगाया था। यह कदम रूस से भारत के तेल आयात और यूक्रेन युद्ध से जुड़े तनावों के कारण उठाया गया था। रुबियो ने कहा कि राष्ट्रपति के पास विकल्प हैं और वे आगे नए कदम उठाने पर विचार कर रहे हैं।
भारत की स्थिति और संवाद
भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि अपने देशहित के लिए किसी के आगे झुकने को तैयार नहीं है। हालाँकि हाल के संवाद और मंत्री स्तर की मुलाकातों से व्यापारिक और राजनयिक संबंधों में सुधार की उम्मीद बढ़ी है।
मोदी कब तक प्रधानमंत्री रहेंगे?
30 मई 2019 को शपथ ग्रहण कर नरेन्द्र मोदी लगातार दूसरी बार प्रधानमन्त्री बने। इसके बाद वर्ष 2024 में भारतीय जनता पार्टी ने उनके नेतृत्त्व में दोबारा चुनाव लड़ा और इस बार पार्टी ने कुल 240 सीटों पर जीत हासिल की।
नरेंद्र मोदी का शुद्ध नाम क्या है?
नरेन्द्र दामोदरदास मोदी, ये वो नाम है, जिसने भारतीय राजनीति के नए वर्जन का आगाज किया। प्रधानमंत्री मोदी जी का 75 वर्षों का ये सफर अपने आप में एक ऐसी खुली किताब है, जिसका एक-एक पन्ना जनसेवा के लिए समर्पित नजर आता है।
Read More :