Breaking News: PM Modi: G20 शिखर सम्मेलन: PM मोदी साउथ अफ्रीका में

By Dhanarekha | Updated: November 21, 2025 • 8:07 PM

ट्रम्प ने बदला फैसला

नई दिल्ली: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी(PM Modi) 21 से 23 नवंबर तक दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में होने वाले 20वें G20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए 3 दिन के दौरे पर साउथ अफ्रीका पहुंचे हैं। यह यात्रा दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के निमंत्रण पर हो रही है। PM मोदी(PM Modi) अपनी यात्रा के दौरान तीन मुख्य सत्रों में बोलेंगे और कई देशों के नेताओं के साथ अलग-अलग मुलाकात करेंगे। वह इंडिया-ब्राजील-साउथ अफ्रीका (IBSA) देशों की बैठक में भी शामिल होंगे। मोदी ने इस बात पर जोर दिया है कि यह अफ्रीका में आयोजित होने वाला पहला G20 शिखर सम्मेलन है और भारत की अध्यक्षता के दौरान अफ्रीकी यूनियन G20 का सदस्य बन चुका था। वह इस समिट में भारत के ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ यानी ‘एक परिवार और एक भविष्य’ के दृष्टिकोण को फिर से सामने रखेंगे

डोनाल्ड ट्रम्प और अमेरिकी भागीदारी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुरुआत में G20 शिखर सम्मेलन का बायकॉट (Boycott) करने का ऐलान किया था, जिसके पीछे उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन, विशेष रूप से श्वेत किसानों पर अत्याचार का दावा किया था। हालांकि, शिखर सम्मेलन से ठीक एक दिन पहले, ट्रम्प ने अपने रुख में बदलाव किया। अब अमेरिका कार्यवाहक राजदूत मार्क डी. डिलार्ड को भेज रहा है। व्हाइट हाउस के अनुसार, डिलार्ड समिट के आखिरी सत्र में ही भाग लेंगे। ट्रम्प के शुरुआती फैसले के जवाब में, भारत में दक्षिण अफ्रीका के हाई कमिश्नर अनिल सूकलाल ने कहा था कि G20 अब इतना बड़ा मंच बन चुका है कि एक देश के न आने से इसका काम नहीं रुकता।

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G20: वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं का समूह

(ग्रुप ऑफ ट्वेंटी) दुनिया की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है, जिसमें यूरोपीय यूनियन और 19 प्रमुख देश शामिल हैं। इसका गठन 1999 में, 1997-98 के एशियाई आर्थिक संकट के बाद किया गया था। G7 (7 अमीर देश) ने यह महसूस किया कि वैश्विक आर्थिक फैसलों में भारत, चीन, ब्राजील जैसे विकासशील देशों को भी शामिल करना ज़रूरी है। शुरू में यह वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों का फोरम था, लेकिन 2008 में इसे राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों के शिखर सम्मेलन (लीडर्स समिट) के रूप में अपग्रेड किया गया। ये देश वैश्विक आर्थिक गतिविधियों का लगभग 85% और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का 75% हिस्सा रखते हैं। इस वर्ष के G20 का विषय ‘एकजुटता, समानता और स्थिरता’ है।

G20 की शुरुआत किस घटना के बाद हुई और इसका मूल उद्देश्य क्या था?

इसकी शुरुआत 1997-98 में एशिया में आए आर्थिक संकट के बाद हुई थी। इसका मूल उद्देश्य यह था कि सिर्फ G7 जैसे अमीर देश ही नहीं, बल्कि भारत, चीन, ब्राजील जैसे विकासशील देशों को भी वैश्विक आर्थिक स्थिरता बनाए रखने और महत्वपूर्ण फैसले लेने की प्रक्रिया में शामिल किया जाए।

G20 शिखर सम्मेलन में भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी किस दृष्टिकोण को सामने रखेंगे?

प्रधान मंत्री मोदी(PM Modi) G20 शिखर सम्मेलन में भारत के सांस्कृतिक और दार्शनिक दृष्टिकोण ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ को फिर से सामने रखेंगे, जिसका अर्थ है ‘एक परिवार और एक भविष्य’।

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