Latest News : पुलिस ने सोनम वांगचुक को कस्टडी में लिया

By Surekha Bhosle | Updated: September 26, 2025 • 4:42 PM

लेह: लेह पुलिस ने सोनम वांगचुक (Sonam Wangchuk) को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी लेह हिंसा मामले में हुई है। लेह में हिंसक झड़पों में चार युवकों की मौत हो गई थी जबकि करीब 90 लोग घायल हो गए थे। हिंसा के दौरान बड़े पैमाने पर सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान हुआ। गिरफ्तारी से पहले बृहस्पितवार को सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक ने कहा था कि उनका जेल में रहना सरकार के लिए उनकी आजादी से ज्यादा समस्याएं पैदा कर सकता है। वांगचुक ने लेह में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों के लिए गृह मंत्रालय द्वारा उन्हें जिम्मेदार ठहराए जाने को ‘‘बलि का बकरा बनाने की रणनीति’’ बताया था। 

वांगचुक के NGO का FCRA रद्द 

इससे पहले गृह मंत्रालय ने Sonam Wangchuk सोनम वांगचुक के (NGO) का FCRA रद्द कर था, इसका मतलब ये हुआ कि सोनम वांगचुक का NGO अब विदेश से कोई अंशदान नहीं ले सकता है। बता दें कि जांच में वित्तीय गड़बड़ी के सबूत मिले थे और इसी को लेकर फॉरेन कंट्रीब्यूशन पर रोक लगा दी गई। वांगचुक के NGO को 20 अगस्त को ही नोटिस जारी किया गया था लेकिन जो जबाव दिया गया उसमें वित्तीय अनियमितता पर कोई संतुष्ट जवाब नहीं मिल सका। वांगचुक पर मनी लॉन्ड्रिंग के भी आरोप लगे हैं।

गृह मंत्रालय की एक टीम ने हालात का जायजा लिया

इस बीच गृह मंत्रालय की एक टीम ने शुक्रवार को लेह शहर में लगातार तीसरे दिन कर्फ्यू जारी रहने के बीच समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए कई बैठकें कीं। अधिकारियों ने बताया कि कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची के विस्तार की मांग को लेकर केंद्र के साथ बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए ‘लेह एपेक्स बॉडी’ (एलएबी) द्वारा बुलाए गए बंद के दौरान हिंसा भड़क उठी थी जिसमें चार लोगों की मौत हो गयी और 90 अन्य घायल हो गए थे। 

एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘लद्दाख में सुरक्षा स्थिति कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रही। लोगों को आवश्यक वस्तुएं खरीदने की अनुमति देने के लिए प्रतिबंधों में बाद में ढील दिए जाने की संभावना है।’’ व्यापक झड़पों के बाद 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया, जबकि करगिल सहित अन्य प्रमुख शहरों में पांच या अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगाने वाली निषेधाज्ञा के तहत सख्त पाबंदियां लागू रहीं। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए दंपुलिस और अर्धसैनिक बल के जवान सुनसान सड़कों पर गश्त करते देखे गए। कई इलाकों में लोगों ने शिकायत की कि उनके पास राशन, दूध और सब्जियों सहित आवश्यक वस्तुओं की कमी हो रही है। 

लेह के ज़िला मजिस्ट्रेट रोमिल सिंह डोंक ने शुक्रवार से दो दिनों के लिए सभी सरकारी और निजी स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान बंद रखने का आदेश दिया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा, आंगनवाड़ी केंद्र भी बंद रहेंगे। अधिकारियों ने बताया कि गृह मंत्रालय के अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय टीम सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए बृहस्पतिवार को लेह पहुंची। उन्होंने एलएबी के प्रतिनिधियों के अलावा उपराज्यपाल, नागरिक और पुलिस अधिकारियों के साथ कई बैठकें कीं। 

सोनम वांगचुक किस लिए प्रसिद्ध हैं?

साल 1989 के बाद लद्दाख का ये सबसे हिंसक दिन माना जा रहा है. बुधवार को हुई हिंसा के बाद पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने और छठी अनुसूची के विस्तार की मांग को लेकर अपनी 15 दिनों की भूख हड़ताल ख़त्म कर दी. हिंसा को देखते हुए प्रशासन ने लेह में कर्फ़्यू लगा दिया। 

सोनम वांगचुक कौन हैं?

सोनम वांगचुक लद्दाख के एक भारतीय अभियंता, शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने लद्दाख में शिक्षा सुधार के लिए स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (SECMOL) की स्थापना की. उन्हें “बर्फ-स्तूप” तकनीक के आविष्कार के लिए जाना जाता है, जो पानी बचाने में मदद करती है, और उनकी प्रेरणा पर आधारित फिल्म “3 इडियट्स” ने उन्हें काफी पहचान दिलाई. उन्होंने लद्दाख के लिए स्वायत्तता की मांग को लेकर संघर्ष किया है और इसके लिए वे भूख हड़ताल भी कर चुके हैं। 

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