पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान के बाद जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने कहा कि राज्य के प्रवासी मजदूर इस बार के चुनाव में “एक्स फैक्टर (X Factor) साबित हो रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि देश के अलग-अलग हिस्सों में काम करने वाले बिहारी मजदूर बड़ी संख्या में घर लौटकर मतदान में शामिल हुए हैं। किशोर ने कहा — “वे सिर्फ अपने अधिकार का इस्तेमाल नहीं कर रहे, बल्कि बदलाव के लिए वोट दे रहे हैं।”
“मतगणना के दिन इतिहास रचा जाएगा”
प्रशांत किशोर ने भविष्यवाणी की कि 14 नवंबर को मतगणना के दिन बिहार में इतिहास रचा जाएगा। उन्होंने कहा, “छठ के बाद रुके प्रवासी मजदूरों ने भी अपने परिवार और दोस्तों से बड़ी संख्या में वोट करवाया है। यह अप्रत्याशित है। इस बार महिलाएं और प्रवासी मजदूर दोनों ही निर्णायक भूमिका में हैं।”
किशोर ने आरोप लगाया कि कुछ दल महिलाओं को प्रलोभन देकर वोट हासिल करने की कोशिश में थे, लेकिन जनता ने अपनी सोच से मतदान किया।
“60% से ज्यादा आबादी बदलाव चाहती है”
जन सुराज संस्थापक ने कहा कि इस बार रिकॉर्ड तोड़ मतदान (Voting) बिहार की जनता की मंशा को स्पष्ट करता है। “आजादी के बाद शायद पहली बार इतना मतदान हुआ है। यह दिखाता है कि 60% से ज्यादा आबादी बदलाव चाहती है। पहले लोगों के पास विकल्प नहीं था, अब जन सुराज आने के बाद उन्हें नया रास्ता दिखा है,” उन्होंने कहा।
“दो करोड़ से ज्यादा लोगों ने किया मतदान”
प्रशांत किशोर ने दावा किया कि इस बार 2 करोड़ से ज्यादा लोगों ने वोट डाला है। उन्होंने कहा, “बड़े-बड़े पंडित और सर्वे करने वाले भी इतना अधिक मतदान देख हैरान हैं। कोई भी नतीजे की सटीक भविष्यवाणी नहीं कर सकता। असली तस्वीर 14 नवंबर को सामने आएगी।”
उन्होंने कहा कि जन सुराज के बढ़ते प्रभाव ने राज्य की पारंपरिक सियासत को नई दिशा दी है और जनता ने इस बार बदलाव के लिए मतदान किया है।
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