National: मणिपुर में छह महीने के लिए बढ़ा राष्ट्रपति शासन

By Kshama Singh | Updated: August 5, 2025 • 4:58 PM

संसद में नहीं टूटा गतिरोध

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज संसद पुस्तकालय भवन में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) संसदीय दल की बैठक को संबोधित किया। यह महत्वपूर्ण बैठक संसद में चल रहे गतिरोध के बीच हो रही है, जहाँ विपक्षी दल बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर बहस की माँग कर रहे हैं और इसे वापस लेने की माँग कर रहे हैं

दोनों सदनों की कार्यवाही सुबह तक के लिए स्थगित

एसआईआर बहस पर विपक्ष के हंगामे के बीच दोनों सदनों की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं, संसद ने मंगलवार को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन छह महीने और बढ़ाने के प्रावधान वाले सांविधिक संकल्प को मंजूरी दे दी। राज्यसभा में आज विपक्षी सदस्यों के विभिन्न मुद्दों पर हंगामे के बीच इस संकल्प को ध्वनिमत से पारित किया गया। लोकसभा इसे पहले ही मंजूरी दे चुकी है।

लोकसभा की कार्यवाही

राज्यसभा की कार्यवाही

क्या मणिपुर अभी भी राष्ट्रपति शासन के अधीन है?

वर्तमान में मणिपुर राष्ट्रपति शासन के अधीन नहीं है। हालांकि राज्य में कुछ समय पहले अशांति और संवैधानिक संकट की स्थिति बनी थी, लेकिन सरकार ने इस्तीफा नहीं दिया और राज्यपाल ने अब तक राष्ट्रपति शासन की सिफारिश नहीं की है।

राष्ट्रपति शासन की अधिकतम अवधि कितनी हो सकती है?

अनुच्छेद 356 के अंतर्गत लागू राष्ट्रपति शासन 6 महीने के लिए होता है और संसद की स्वीकृति से इसे हर 6 महीने में अधिकतम 3 वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है। विशेष परिस्थिति में इस अवधि को और भी आगे बढ़ाने का प्रावधान होता है।

मणिपुर में सरकार किसकी है?

राज्य में फिलहाल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार है। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के नेतृत्व में यह सरकार कार्यरत है। भाजपा ने वर्ष 2017 और 2022 दोनों विधानसभा चुनावों में मणिपुर में सत्ता हासिल की थी।

Read Also : National : कल्याण बनर्जी की जगह लेंगी काकोली घोष, ममता बनर्जी ने बनाया चीफ व्हिप

#Google News in Hindi bihar politics BJP leadership breakingnews latestnews NDA parliamentary meet Parliament deadlock PM Modi speech