पारिवारिक असुरक्षा के कारण नहीं मिलता बोलने का मौका
लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने के बाद, अध्यक्ष ओम बिरला ने अपने कक्ष में एक अनौपचारिक चाय पार्टी का आयोजन किया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), वरिष्ठ मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह, तथा एनडीए (NDA) के सहयोगी दलों के सदन के नेता शामिल हुए। पिछले सत्र की तरह, विपक्ष के नेताओं ने इस बैठक से दूर रहने का फैसला किया, जिससे एक बार फिर उनकी अनुपस्थिति दर्ज की गई। सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि विपक्ष, खासकर कांग्रेस में, कई युवा नेता बेहद प्रतिभाशाली हैं, लेकिन पारिवारिक असुरक्षा के कारण उन्हें बोलने का मौका नहीं मिलता।
ऑनलाइन गेमिंग विधेयक पर दिया विशेष ज़ोर
सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी ने आगे कहा कि ऐसे युवा नेताओं की मौजूदगी से राहुल गांधी असुरक्षित और घबराए हुए महसूस कर रहे होंगे। उपस्थित लोगों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने सत्र को एक उत्पादक सत्र बताया और कहा कि कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए गए। इनमें से, उन्होंने ऑनलाइन गेमिंग विधेयक पर विशेष ज़ोर दिया और इसके दूरगामी परिणामों और नागरिकों के जीवन पर इसके प्रत्यक्ष प्रभाव को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे मुद्दों पर वर्तमान में जितनी गंभीरता से राजनीतिक चर्चा होती है, उससे कहीं अधिक गंभीरता से विचार-विमर्श की आवश्यकता है।
बहस से दूर रहने के लिए की विपक्ष की आलोचना
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने प्रमुख विधेयकों पर बहस से दूर रहने के लिए विपक्ष की आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘वे केवल व्यवधान पैदा करने में लगे रहे।’ संसद ने 20 अगस्त को ऑनलाइन गेमिंग संवर्धन एवं विनियमन विधेयक, 2025 पारित किया, जो ऑनलाइन मनी गेमिंग कंपनियों, उनके प्रवर्तकों और यहाँ तक कि उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के लिए कड़े नियम और दंड का प्रावधान करता है। यह विधेयक पैसे पर आधारित ऑनलाइन खेलों पर प्रतिबंध लगाकर और अपराधियों के लिए कठोर दंड निर्धारित करके तेज़ी से बढ़ते लेकिन विवादास्पद ऑनलाइन गेमिंग क्षेत्र को विनियमित करने का प्रयास करता है।
भारत में नंबर 1 पीएम कौन है?
देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को ही भारत में नंबर 1 पीएम माना जाता है। उन्होंने 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र भारत की पहली सरकार का नेतृत्व संभाला था। नेहरू का कार्यकाल 1964 तक चला और उन्होंने आधुनिक भारत की नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
PM कितने साल तक रह सकता है?
प्रधानमंत्री के पद पर बने रहने की कोई अधिकतम सीमा तय नहीं है। जब तक लोकसभा में बहुमत का समर्थन मिलता है, तब तक व्यक्ति प्रधानमंत्री रह सकता है। भारत के संविधान में प्रधानमंत्री के कार्यकाल को पांच वर्ष की लोकसभा अवधि से जोड़ा गया है, लेकिन इस्तीफे या अविश्वास से बदलाव संभव है।
लगातार 3 बार प्रधानमंत्री कौन बने?
भारतीय राजनीति में लगातार तीन बार प्रधानमंत्री बनने का गौरव पंडित जवाहरलाल नेहरू और नरेंद्र मोदी को प्राप्त है। नेहरू ने 1947 से लेकर 1964 तक निरंतर कार्य किया, जबकि नरेंद्र मोदी ने 2014, 2019 और 2024 में लगातार जीत दर्ज की। दोनों नेताओं ने लंबे समय तक देश का नेतृत्व किया।