Rare Earth Metals Ban से भारत की ऑडियो इंडस्ट्री संकट में
चीन ने Rare Earth Metals Ban के निर्यात पर पाबंदी लगा दी है। इसका सीधा असर भारत की ऑडियो इंडस्ट्री पर पड़ा है। कई कंपनियों ने उत्पादन धीमा कर दिया है। बाजार में कीमतें बढ़ने लगी हैं।
क्या होते हैं दुर्लभ मृदा धातुओं पर प्रतिबंध?
ये 17 दुर्लभ धातुएं होती हैं। इनका उपयोग हाईटेक उपकरणों में होता है।
इनमें मुख्य हैं:
- नियोडिमियम
- प्रसेओडिमियम
- डिस्प्रोसियम
- समारियम
ये सभी धातुएं ऑडियो डिवाइस में जरूरी होती हैं। खासकर स्पीकर, माइक्रोफोन और हेडफोन में।
Rare Earth Metals Ban क्यों है गंभीर?
चीन दुनिया का सबसे बड़ा सप्लायर है। वह 85% से ज्यादा निर्यात करता है। अब उसने निर्यात सीमित कर दिया है।
इस Rare Earth Metals Ban से पूरी सप्लाई चेन प्रभावित हो गई है। खासकर भारत जैसी इंपोर्ट-निर्भर अर्थव्यवस्थाओं में।
भारत की ऑडियो इंडस्ट्री पर क्या होगा असर?
- ऑडियो प्रोडक्ट्स की कीमतें बढ़ेंगी
- घरेलू निर्माता उत्पादन घटा सकते हैं
- आयात पर और अधिक निर्भरता होगी
- Make in India को झटका लग सकता है
दुर्लभ मृदा धातुओं पर प्रतिबंध से छोटे कारोबारी सबसे पहले प्रभावित होंगे।
भारत के पास क्या हैं विकल्प?
भारत में कुछ मात्रा में Rare Earth भंडार है। पर तकनीक और रिफाइनिंग की कमी है।
दूसरे देश जैसे अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया महंगे विकल्प हैं। लॉजिस्टिक्स भी चुनौती है।
भारत सरकार ने खनन योजनाएं शुरू की हैं। पर उसका असर दिखने में समय लगेगा।
दुर्लभ मृदा धातुओं पर प्रतिबंध ने बढ़ाई भारत की चिंता
दुर्लभ मृदा धातुओं पर प्रतिबंध से भारत को झटका लगा है। आत्मनिर्भर भारत की राह में यह बड़ी चुनौती है।
सरकार को चाहिए कि जल्द विकल्प खोजे। नहीं तो ऑडियो और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर लंबे समय तक प्रभावित रहेगा।