नई दिल्ली। इंडिगो एयरलाइंस (Indigo Airlines) में जारी संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सख्त संदेश देते हुए कहा है कि नियमों का मकसद जनता को सुविधा देना होना चाहिए, उन्हें परेशान करना नहीं। पीएम की यह टिप्पणी इंडिगो की बार-बार तकनीकी खराबी, उड़ानों में देरी और रद्दीकरण से बढ़ती यात्रियों की परेशानी को देखते हुए आई है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू (Kiren rijiju) ने बुधवार को एनडीए सांसदों की बैठक में पीएम मोदी के इस बयान की जानकारी साझा की।
इंडिगो में जारी संकट ने बढ़ाई यात्रियों की मुश्किलें
पिछले कुछ दिनों से इंडिगो की कई उड़ानों में तकनीकी खराबी, अत्यधिक देरी और अचानक रद्दीकरण की घटनाएँ सामने आ रही हैं। यात्रियों को घंटों एयरपोर्ट पर फंसे रहना पड़ रहा है, जिससे नाराज़गी लगातार बढ़ रही है। स्थिति बिगड़ने पर केंद्र सरकार भी सक्रिय हो गई है।
अन्य पढ़ें: पांच राज्यों में 2026 में होंगे विधानसभा चुनाव, उपचुनाव की तैयारियाँ तेज
क्या बोले पीएम मोदी?
किरेन रिजिजू के अनुसार, प्रधानमंत्री ने बैठक में कहा कि किसी भी नियम या नीति का उद्देश्य प्रशासन को मजबूत बनाना और आम लोगों की जिंदगी आसान करना होना चाहिए। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि ऐसे नियम नहीं बन सकते जो नागरिकों को और ज्यादा कठिनाई में डाल दें।
PM की अधिकारियों को कड़ी हिदायत
रिजिजू ने बताया कि पीएम मोदी ने बैठक में इंडिगो संकट का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया और संबंधित अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यात्रियों को हो रही परेशानी को कम करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
इंडिगो का मालिक कौन है?
ये थे राहुल भाटिया और राकेश गंगवाल, जिन्होंने मिलकर IndiGo की नींव रखी. राहुल भाटिया जहां University Of Waterloo से पढ़े हैं, तो वहीं राकेश गंगवाल आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) के छात्र रहे हैं.
Read More :