समय रैना विवाद: भारतीय स्टैंडअप कॉमेडियन और यूट्यूबर समय रैना की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही हैं। दिव्यांगता और रुग्णता पर की गई आपत्तिजनक कमेंट्री को लेकर अब मसला सुप्रीम कोर्ट तक पहुँच गया है।
सुप्रीम कोर्ट की कड़ी जवाब
क्योर एसएमए फाउंडेशन ऑफ इंडिया नामक एक संस्था ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। संस्था ने इलज़ाम लगाया कि समय रैना ने दिव्यांग व्यक्तियों और गंभीर मर्ज़ से जूझ रहे बच्चों का परिहास उड़ाया है।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मसले को गहराई से लेते हुए समय रैना को अभियोगी बनाने के हुक्म दिए हैं। कोर्ट ने वह वीडियो क्लिप भी रिकॉर्ड पर ली है जिसमें नेत्रहीन इंसान और इलाज के लिए पैसे जुटा रहे बच्चे पर मज़ाक किए गए थे।
समय रैना पहले से विवादों में
समय रैना पहले से ही पैरेंट्स पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर विवादों में घिरे हैं। ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ शो के दौरान उनके और रणवीर इलाहाबादिया, अपूर्वा मखीजा के बयान ने भारी विवेचन इकट्ठ थी।
इस मुद्दा को लेकर उनके प्रतिकूल असम और महाराष्ट्र में भी कानूनी कार्यवाही चल रही है। समय को यूट्यूब से शो के सारे एपिसोड भी निकालना पड़ थे।
रणवीर इलाहाबादिया का मामला भी चर्चा में
इस झगड़ा में रणवीर इलाहाबादिया भी अटका हुए हैं। रणवीर ने सुप्रीम कोर्ट से पासपोर्ट रिलीज कराने की मांग की है, जिस पर 28 अप्रैल को विचारणा होनी तय है। कोर्ट इस याचिका पर विचार करेगा कि उन्हें विदेश यात्रा की इजाजत दी जाए या नहीं।
समय रैना विवाद: बढ़ती मुश्किलों का सामना
समय रैना और उनके सहयोगी पर हो रही कानूनी कार्रवाइयों से यह साफ है कि कॉमेडी के नाम पर संवेदनशील मसले पर टिप्पणी करना भारी पड़ सकता है। सुप्रीम कोर्ट की सख्ती से यह खबर मिल रहा है कि दिव्यांगता या मर्ज़ का मजाक उड़ाना अब क्षमा नहीं किया जाएगा।