नई दिल्ली। भारतीय रेलवे खास स्कीम लाया है। इसके जरिए नवंबर के महीने में कम पैसों में भक्त सात ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर सकेंगे। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (IRCTC) के इस पैकेज की शुरुआती कीमत सिर्फ 24,100 रुपए रखी गई है। आईआरसीटीसी का भारत गौरव ट्रेन पैकेज 12 दिन का है। इसकी शुरुआत 18 नवंबर को ऋषिकेश रेलवे स्टेशन (Rishikesh Railway Station) से होगी। इस यात्रा के दौरान भक्ति, आराम का एक अनूठा अनुभव श्रद्धालुओं को मिलेगा।
सात ज्योतिर्लिंग और अन्य दर्शनीय स्थल
आईआरसीटी के इस पैकेज में श्रद्धालुओं को ओंकारेश्वर, महाकालेश्वर, नागेश्वर, सोमनाथ, त्र्यंबकेश्वर, भीमाशंकर और घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने का मौका मिलेगा। इसके अतिरिक्त पड़ावों में द्वारकाधीश मंदिर और बेट द्वारका शामिल हैं।
यात्रा का शेड्यूल
इस यात्रा की शुरुआत 18 नवंबर को होगी और 29 नवंबर को इसका समापन होगा। यह यात्रा कुल 11 रातें/12 दिन की होगी। हरिद्वार, लखनऊ, कानपुर (Kanpur) और अन्य स्टेशनों पर बोर्डिंग विकल्प उपलब्ध हैं। भारत गौरव ट्रेन में कुल 767 यात्री बैठ सकेंगे।
किराया और श्रेणियां
इस ट्रेन का किराया कम्फर्ट (2एसी) – 54,390 रुपए प्रति व्यक्ति, स्टैंडर्ड (3एसी) – 40,890 रुपए प्रति व्यक्ति, इकॉनमी (स्लीपर) – 24,100 रुपए प्रति व्यक्ति होगा। यात्रियों को शाकाहारी भोजन, होटल व धर्मशाला में ठहरने, निर्देशित भ्रमण, यात्रा बीमा और टूर एस्कॉर्ट्स की सुविधा प्रदान की जाए
भारत गौरव योजना का लाभ
बता दें आईआरसीटीसी के भारत गौरव पैकेज यात्रा में भोजन से लेकर आवास तक सभी जरूरी सुविधाएं मिलती हैं। इससे श्रद्धालु बिना किसी तनाव या चिंता के तीर्थयात्रा कर सकते हैं। भारत गौरव योजना के तहत 33 फीसदी तक की रियायत के साथ, यह यात्रा श्रद्धालुओं को भारत के शिव मंदिरों के दर्शन आसानी और आराम से करने का अवसर प्रदान करती है।
बुकिंग की प्रक्रिया
आईआरसीटीसी की आधिकारिक वेबसाइट और अधिकृत आउटलेट्स के जरिए इस पैकेज की बुकिंग की जा सकती है। यात्रियों को बोर्डिंग के समय पहचान पत्र और कोविड-19 टीकाकरण प्रमाणपत्र साथ लाना जरूरी है।
भारत में रेलवे का जनक कौन है?
लॉर्ड डलहौजी ने 1848 से 1856 तक भारत के गवर्नर-जनरल के रूप में कार्य किया। ऐसा भी कहा जाता है कि उन्होंने 1853 के अपने प्रसिद्ध रेलवे मिनटों के माध्यम से अंग्रेजों को भारत में रेलवे शुरू करने के लिए राजी किया था। इस प्रकार, उन्हें भारतीय रेलवे का जनक माना जाता है और यह सही विकल्प है।
भारतीय रेलवे की रानी कौन है?यह डेक्कन क्वीन है!
1929 में शुरू की गई इस प्रतिष्ठित ट्रेन ने मुंबई और पुणे के बीच रेल यात्रा में क्रांति ला दी, गति और आराम के नए मानक स्थापित किए। 95 से अधिक वर्षों के बाद भी, डेक्कन क्वीन गर्व के साथ पटरियों पर राज कर रही है!
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