नई दिल्ली । 17 छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती की तिहाड़ जेल (Tihad Jail) में पहली रात बेहद कठिन रही। जेल नंबर-4 के मुलायजा वार्ड (Mulayja Ward) में रखे गए बाबा ने रातभर करवटें बदलते हुए नींद पूरी नहीं कर पाए और जेल का खाना भी नहीं खा पाए।
जेल में पहली रात की स्थिति
पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद न्यायिक हिरासत में भेजे गए चैतन्यानंद (Chaitnyanand) को तिहाड़ जेल के फर्स्ट टाइमर आरोपियों वाले वार्ड में रखा गया। यह वही वार्ड है जहाँ पहली बार जेल में आने वाले सभी आरोपियों को रखा जाता है।
अपराध और गिरफ्तारी
स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती पर दिल्ली के वसंतकुंज में चलाए जा रहे आध्यात्मिक इंस्टीट्यूट में छात्राओं का यौन उत्पीड़न और ब्लैकमेल करने के आरोप हैं। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद वह न्यायिक हिरासत में भेजा गया और फिर तिहाड़ जेल ले जाया गया।
पहली रात का अनुभव
जेल में पहली रात बाबा के लिए दर्दभरी रही। वह भूख और नींद की कमी से जूझते हुए पूरा समय करवट बदलते रहे और जेल के नियमों और माहौल के साथ ढलने की कोशिश कर रहे थे।
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