भक्ति भाव से सिर नवाया
- सोशल मीडिया पर एक भावुक कर देने वाला वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक हाथी मां दुर्गा के मंदिर के सामने पहुंचकर सिर झुकाता नजर आ रहा है।
- यह दृश्य देख वहां मौजूद लोग हैरान रह गए और कई की आंखें नम हो गईं।
मंदिर के बाहर दिखी आस्था की झलक
- मंदिर के द्वार पर जैसे ही हाथी पहुंचा, उसने कुछ क्षणों के लिए रुककर श्रद्धा भाव से सिर झुकाया।
- यह दृश्य इंसान और प्रकृति के बीच आत्मिक जुड़ाव को दर्शाता है।
ओडिशा (Odisha) के ढेंकानाल जिले से एक दुर्लभ और दिल को छू लेने वाला दृश्य सामने आया है। यहां एक जंगली हाथी ने मां दुर्गा के मंदिर के सामने आकर रुक गया और अपनी सूंड उठाकर ऐसा लगा मानो वह देवी को प्रणाम कर रहा हो इस अनोखे पल को देखकर गांव के लोग हैरान रह गए और इसे दैवीय संकेत मान रहे हैं।
मंदिर के सामने आकर कुछ पल रुका
Odisha : यह अनोखा दृश्य ढेंकानाल जिले के भुवन क्षेत्र के बाऊंशकण गांव के पास स्थित (Maa Durga Temple) मां दुर्गा मंदिर के सामने देखा गया। एक जंगली हाथी मंदिर के सामने आकर कुछ पल रुका। उसने अपनी सूंड को उठा दिया और ऐसा लगा कि वो माथा टेक रहा हो। यह दृश्य देख कर वहां मौजूद गांव के लोग हैरान भी हुए और भावुक भी। कई लोगों ने अपने मोबाइल से इस पल को रिकॉर्ड कर लिया।
जानकारी के मुताबिक, यह हाथी कुछ दिन पहले जाजपुर जिले से भटक कर भुवन इलाके में आ गया था। यह अकेला घूम रहा था और वन विभाग की टीम इसे जंगल की ओर वापस भेजने की कोशिश कर रही थी। इसी दौरान ये दृश्य देखने को मिला।
वन विभाग के अधिकारी लगातार हाथी को रिहायशी इलाके से दूर करने की कोशिश कर रहे हैं। उनकी प्राथमिकता है कि हाथी और इंसान दोनों सुरक्षित रहें। गांव के लोगों ने इस दृश्य को ‘ईश्वरीय संकेत’ माना है। किसी को डर नहीं लगा, क्योंकि हाथी शांत और श्रद्धालु व्यवहार कर रहा था।
एक जंगली जानवर मंदिर के सामने आकर खुद को नम्रता से पेश करता
दरअसल, ओडिशा Odisha में अक्सर हाथियों का इंसानी इलाकों में आना देखने को मिलता है, लेकिन ऐसा दृश्य बहुत ही कम देखने को मिलता है, जहां एक जंगली जानवर मंदिर के सामने आकर खुद को नम्रता से पेश करता है। यह नजारा भक्ति और प्रकृति के मेल का एक जीता-जागता उदाहरण बन गया है। ग्रामीणों द्वारा ली गई वीडियो और तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
मां दुर्गा हाथी पर आने का क्या मतलब है?
मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर कैलाश पर्वत से धरती पर आती हैं। मां दुर्गा के आगमन की सवारी हाथी के शुभ संकेत हैं इसका तात्पर्य यह है शारदीय नवरात्रि लोगों के लिए सुख, समृद्धि, धन और धान्य प्रदान करने वाली है।
हाथी किसका अवतार है?
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, ऐरावत हाथी का जन्म समुद्र मंथन से हुआ था। जब देवता और असुर अमृत प्राप्त करने के लिए क्षीर सागर का मंथन कर रहे थे, तो 14 दिव्य रत्नों में से एक के रूप में ऐरावत प्रकट हुआ। इसे देखकर देवराज इंद्र ने इसे अपने वाहन के रूप में स्वीकार किया। ऐरावत को लेकर एक और कथा प्रचलित है।
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