महायुति ने आगामी महानगरपालिका चुनाव के लिए गठबंधन (gathabandhan) का फार्मूला लगभग तैयार कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक मुंबई, ठाणे, नासिक और कल्याण-डोंबिवली महानगर पालिका में बीजेपी और शिवसेना गठबंधन में चुनाव लड़ेगी। वहीं, पुणे और पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका में बीजेपी और एनसीपी(अजीत पवार) अलग-अलग चुनाव लड़ेंगे। क्योंकि इन दोनों ही महा नगरपालिकाओं में बीजेपी और एनसीपी की ताकत लगभग एक समान है। यह वजह है कि दोनों दलों ने यहां अलग लड़ने का फैसला किया है।
गठबंधन में शामिल दलों के एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव (election) लड़ने की एक और बड़ी वजह यह भी कि कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ने का मौका मिले और बगावत की संभावनाओं को रोका जा सके। नवी मुंबई महानगरपालिका चुनाव को लेकर अब तक महायुति में कोई फैसला नहीं हो पाया है। महायुति ने तय किया है कि जितना संभव हो सके आगामी महानगर पालिका चुनाव गठबंधन में ही चुनाव लड़ा जाए, लेकिन जिन जगहों पर यह मुमकिन नहीं हो पाएगा वहां फ्रेंडली फाइट करने की भी तैयारी महायुति के तीनों दल कर रहें है।
शिवसेना ने मांगी 90 से 100 सीटें
सूत्रों के मुताबिक शिन्दे शिवसेना ने 90 से 100 सीटों की मांग की है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, शिवसेना का कहना है कि मुंबई के विभिन्न वार्डों में उनका संगठन मजबूत है और परंपरागत रूप से उनका जनाधार भी बड़ा रहा है। इसी आधार पर उन्होंने बीएमसी में अधिक सीटें दिए जाने की मांग रखी है।
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महालक्ष्मी से लेकर दादर, वडाला, अंधेरी और पूर्वी उपनगरों तक, कई वार्डों में शिवसेना ने वर्षों तक अपना प्रभुत्व बनाए रखा है। 2022 में पार्टी के दो गुटों में विभाजन के बाद परिस्थितियां भले ही बदली हों, लेकिन दोनों ही गुट बीएमसी में अपनी ताक़त साबित करने के लिए आक्रामक तरीके से तैयारियों में जुटे हैं। वहीं, बीजेपी मुंबई बीएमसी चुनाव में 135/140 सीटो पर चुनाव लड़ना चाहती है। 2017 बीएमसी चुनाव में 227 सीटो में से शिवसेना 84 तो बीजेपी 82 सीटे जीती थी। दोनों अलग अलग चुनाव लड़े थे।
महा विकास अघाड़ी में भी फूट
महायुति के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले गठबंधन में भी महानगरपालिका चुनाव को लेकर फूट दिख रही है। शिवसेना (बालासाहेब ठाकरे) के मुखिया उद्धव ठाकरे ने पहले ही अलग चुनाव लड़ने के संकेत दे दिए थे। इसके बाद भी अन्य दलों के नेताओं ने संकेत दिए हैं कि कांग्रेस और एनसीपी शरद पवार के नेता भी अगल-अलग चुनाव लड़ सकते हैं।
आदित्य ठाकरे ने महायुति में अंदरूनी कलह का दावा किया
आदित्य ठाकरे का कहना है कि महायुति में शामिल एक दल के 22 विधायक सीएम देवेंद्र फडणवीस के करीबी हो गए हैं और ये विधायक पाला बदलने के लिए तैयार हैं। आदित्य ठाकरे ने शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना का नाम लिए बिना दावा किया, ‘‘सत्ता पक्ष की एक पार्टी है और दो गुट हैं। एक गुट के 22 विधायक मुख्यमंत्री के करीबी हो गए हैं। उनके पास अच्छा धन है और वे मुख्यमंत्री के इशारों पर नाचने लगे हैं।’’ उन्होंने विधान भवन परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए दावा किया कि 22 विधायक “पाला बदलने को तैयार हैं।” वर्ली से विधायक ठाकरे ने कहा कि इन 22 विधायकों में से एक खुद को “उप-कप्तान” कहता है। उनका परोक्ष तौर पर इशारा उद्योग मंत्री उदय सामंत की ओर था।
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