National : रक्षाबंधन पर साइबर ठगी का खतरा, जालसाजों से रहें सावधान

By Anuj Kumar | Updated: August 3, 2025 • 10:50 AM

नई दिल्ली। रक्षाबंधन जैसे भावनात्मक पर्व पर जहां भाई-बहन प्यार और उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं, वहीं साइबर ठगों ने इस रिश्ते की संवेदनशीलता को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। दिल्ली समेत देश के कई शहरों में राखी (Rakhi) और गिफ्ट डिलीवरी (Gift Delivery) के नाम पर साइबर ठगी के मामले सामने आए हैं। इसको लेकर पुलिस और साइबर सेल समय-समय पर चेतावनी और एडवाइजरी भी जारी करती है, जिस पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

बैंकिंग ऐप्स और व्यक्तिगत जानकारी हैक हो सकती है

जानकारी अनुसार साइबर अपराधी सोशल मीडिया, व्हाट्सऐप और एसएमएस (SMS) के जरिए खुद को कूरियर कंपनी या शॉपिंग साइट का प्रतिनिधि बताकर लोगों को मैसेज भेजते हैं। इस मैसेज में लिखा होता है कि आपके नाम से गिफ्ट भेजा गया है, या राखी डिलीवरी में समस्या है, ट्रैक करने के लिए लिंक पर क्लिक करें। जैसे ही लोग उस फर्जी लिंक पर क्लिक करते हैं, फोन में मालवेयर या ट्रोजन इंस्टॉल हो जाता है, जिससे बैंकिंग ऐप्स और व्यक्तिगत जानकारी हैक हो सकती है।

बैंकिंग विवरण या ओटीपी किसी के साथ साझा न करें।

इस संबंध में पुलिस और साइबर सेल ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि त्योहारों के समय साइबर ठग भावनात्मक तौर पर लोगों को भ्रमित कर बड़े स्तर पर ठगी करते हैं। ऐसे में किसी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें और बैंकिंग विवरण या ओटीपी किसी के साथ साझा न करें। अगर ठगी का शिकार हो जाते हैं तो इस स्थिति में पुलिस को तुरंत सूचित करें और साइबर सेल की साइड साइबर क्राइम डॉट जीओवी डॉट इन पर शिकायत दर्ज करें।

किसी भी अज्ञात या संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें

साइबर ठगी से बचने के उपाय सर्वप्रथम तो यह तय कर लें कि आपको वाकई किसी ने गिफ्ट भेजा भी है या नहीं, गिफ्ट या डिलीवरी के दावों की जांच करें, शक होने पर संबंधित व्यक्ति से सीधे संपर्क करें। किसी भी अज्ञात या संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें। ओटीपी, बैंक डिटेल और यूपीआई पिन गोपनीय रखें। मोबाइल में विश्वसनीय एंटीवायरस ऐप इंस्टॉल करें और उसे अपडेट रखें। पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क पर कभी भी वित्तीय लेनदेन न करें।

रक्षाबंधन की खुशी में कहीं साइबर ठग आपकी मेहनत की कमाई न छीन लें, इसके लिए जरूरी हो जाता है कि आप सजग और सतर्क रहें। किसी भी मैसेज या लिंक पर आंख बंद करके विश्वास न करें, और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस या साइबर हेल्पलाइन पर दें


साइबर धोखा क्या है?

साइबर धोखाधड़ी, इंटरनेट के माध्यम से साइबर हमलावरों द्वारा किए गए अपराधों के लिए एक व्यापक शब्द है। ये अपराध किसी व्यक्ति या व्यवसाय की संवेदनशील जानकारी को अवैध रूप से प्राप्त करने और उसका आर्थिक लाभ उठाने के इरादे से किए जाते हैं।


साइबर चोरी क्या होती है?

साइबर अपराध से तात्पर्य कंप्यूटर या इंटरनेट के माध्यम से की जाने वाली आपराधिक गतिविधियों से है। इस व्यापक श्रेणी में हैकिंग, पहचान की चोरी, वायरस बनाना और वितरित करना, स्कैम अभियान, और वित्तीय चोरी या धोखाधड़ी जैसी विभिन्न दुर्भावनापूर्ण गतिविधियाँ शामिल हैं।

Read more : MP : सोनम, राज और अन्य आरोपितों की न्यायिक हिरासत 14 दिन बढ़ी

# Breaking News in hindi # Gift Delivery news # Hindi news # Latest news # OTP news # Rakhi news # SMS news # Social media news