नई दिल्ली। फिलीपींस के राष्ट्रपति मार्कोस इन दिनों भारत की यात्रा पर हैं। उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक हुई जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के टैरिफ को लेकर कोई बात नहीं हुई।इस आशय की जानकारी मीडिया ब्रीफिंग में विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) पी.कुमारन ने कहा कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति मार्कोस की बैठक में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दुनिया के करीब 70 देशों पर 7 अगस्त से लगाने जाने वाले टैरिफ (Tariff) की घोषणा के मामले पर कोई चर्चा नहीं की गई है। जबकि बैठक में भारत और फिलीपींस के बीच व्यापार में विविधता लाने और इसे बढ़ावा देने के लिए हमारे उत्पादों की श्रेणी का विस्तार करने सहित उन विशिष्ट क्षेत्रों की पहचान करने के उद्देश्यों पर व्यापक चर्चा हुई। जो दोनों देशों के बीच संभावित तरजीही व्यापार समझौते में योगदान दे सकते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों का व्यापार लगातार बढ़ रहा
पीएम ने कहा कि दोनों देशों का व्यापार लगातार बढ़ रहा है। ये 3 बिलियन डॉलर का आंकड़ा पार कर चुका है। इसे और अधिक मजबूत बनाने के लिए भारत-आसियान मुक्त व्यापार समझौते की समीक्षा को जल्द पूरा करना हमारी प्राथमिकता है। इसके अलावा हमने द्विपक्षीय वरीयता व्यापार समझौते की दिशा में काम करने का निर्णय भी लिया है। धरती के अलावा अब हमने अंतरिक्ष पर भी मजबूत तैयारी की साझेदारी शुरू कर दी है।
उन्होंने कहा कि भारतीय पर्यटकों (Indian tourists) को वीजा फ्री एंट्री देने के लिए फिलीपींस के निर्णय का हम स्वागत करते हैं। भारत ने भी फिलीपींस के पर्यटकों को फ्री ई-वीजा सुविधा देने का फैसला किया है। इस साल 1 अक्टूबर से नई दिल्ली और मनीला के बीच सीधी उड़ान सेवा की शुरुआत की जाएगी। भावी गंतव्यों और संभावित बदलावों पर चर्चा जारी है। आईओआर के लिए बनाए गए भारत के वैश्विक फ्यूजन सेंटर से जुड़ने के लिए भारत ने फिलीपींस का स्वागत किया। सूचना, डिजिटल तकनीक, स्वास्थ्य, ऑटोमोबाइल्स, इंफ्रास्ट्रक्चर, मिनरल्स जैसे तमाम क्षेत्रों में हमारी कंपनियां सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। विज्ञान-तकनीक के क्षेत्र में वॉयरोलॉजी से लेकर एआई, एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग तक संयुक्त शोध जारी है। भारत ने फिलीपींस को नॉन बासमती चावल का निर्यात भी किया है।
दोनों देशों के बीच हुए कुल 13 समझौते
बैठक के बाद दोनों देशों के बीच कुल 13 समझौतों और समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर के अलावा 5 घोषणाएं की गई हैं। जिनमें समझौतों में संबंधों को रणनीतिक साझेदारी का दर्जा देने की घोषणा की गई, साझेदारी से जुड़ी कार्य योजना, दोनों देशों की तीनों सशस्त्र सेनाओं के बीच वार्ता से जुड़े विषयों को लेकर किए गए समझौते, दोनों सरकारों के बीच आपराधिक मामलों में पारस्परिक कानूनी सहायता संधि समझौता, सजायाफ्ता दोषियों के स्थानांतरण पर संधि, दोनों तटरक्षक बलों के बीच समुद्री सहयोग बढ़ाने के लिया गया समझौता मुख्य है।
इसके अलावा घोषणाओं में इसी अगस्त महीने से फिलीपींस के नागरिकों को नि:शुल्क ई-पर्यटक वीजा की सुविधा प्रदान करना, फिलीपींस के संप्रभु डेटा क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थापना के लिए प्रायोगिक परियोजना में सहायता, दोनों देशों के बीच प्राथमिकता व्यापार समझौते पर वार्ता के लिए संदर्भ शर्तों को अपनाने की घोषणा शामिल है।
टैरिफ क्या है और टैरिफ के प्रकार?
टैरिफ अन्य देशों से खरीदे गए माल पर लगाए जाने वाले कर हैं।आमतौर पर, वे किसी उत्पाद के मूल्य का एक प्रतिशत होते हैं। 10% टैरिफ का मतलब है कि 10 डॉलर के उत्पाद पर 1 डॉलर का कर लगेगा – जिससे आयातक को कुल लागत 11 डॉलर (£8.35) पड़ेगी। जो कंपनियां अमेरिका में विदेशी सामान लाती हैं उन्हें सरकार को कर का भुगतान करना पड़ता है।
टैरिफ कितने प्रकार के होते हैं?
टैरिफ दो प्रकार के होते हैं, आयात टैरिफ और निर्यात टैरिफ । जैसा कि आप उनके नाम से समझ सकते हैं, आयात टैरिफ विदेश से देश में आयात की जाने वाली वस्तुओं पर लगाया जाता है। निर्यात टैरिफ विदेश भेजी जाने वाली वस्तुओं पर लगाया जाता है। आयात शुल्क और निर्यात शुल्क अक्सर अलग-अलग होते हैं।
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