दिलीप जायसवाल का बड़ा बयान
- “हम पांच पांडव एकजुट हैं, कोई मतभेद नहीं”
- महागठबंधन में दरार की अटकलों को खारिज किया
- कहा: “जनता को विश्वास दिलाते हैं कि हम सब साथ हैं और मजबूती से चुनाव लड़ेंगे।”
बिहार (Bihar) विधानसभा चुनाव को लेकर (NDA) ने रविवार को सीट शेयरिंग की घोषणा कर दी है। बीजेपी 101 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं जदयू 101 सीटों पर लड़ने जा रही है। जबकि चिराग पासवान की पार्टी LJP (R) 29 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। जीतन राम मांझी की हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (HAM) को 6 और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी RLM को 6 सीटें दी गई हैं।
अब बिहार (Bihar) NDA में (JDU) बड़े भाई की भूमिका में नहीं रहेगी। JDU और BJP दोनों बराबर खड़ी हो गई है। सीट शेयरिंग में चिराग की जिद मान ली गई। जबकि 40 सीटों की डिमांड करने वाले जीतन राम मांझी को 6 सीटें मिली हैं।
इधर, दिल्ली से पटना लौटे बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, ‘NDA गठबंधन ने सीटों के बंटवारे की घोषणा कर दी है। मैं शुरू से कहता रहा हूं कि हम पांच पांडव, बिहार विधानसभा चुनाव पूरी एकजुटता के साथ लड़ेंगे। हमने सबसे पहले सीटों के बंटवारे की घोषणा कर दी है और आज शाम से उम्मीदवारों की घोषणा करेंगे।’
उन्होंने आगे कहा, ‘जीतन राम मांझी ने कहा है कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हम एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे।’
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा, ‘सीटों का बंटवारा हो गया है। चर्चा करके प्रत्याशियों को लेकर भी जल्द स्पष्टता मिल जाएगी।’
सीट शेयरिंग के बाद 2 बड़े बयान
पहला- मांझी, इसका असर NDA पर पड़ सकता है
सीट शेयरिंग के बाद जीतनराम मांझी ने पहले कहा- मैं संतुष्ट हूं। हालांकि इसके बाद तीखे तेवर दिखाते हुए बयान दिया, ‘आलाकमान ने जो फैसला लिया है वो स्वीकार है। हमें सिर्फ 6 सीट देकर उन्होंने हमारी अहमियत कम आंकी है। इसका असर NDA पर पड़ सकता है।
दूसरा- उपेंद्र कुशवाहा, फैसला सही या गलत समय बताएगा
सीट शेयरिंग के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने X पर लिखा- ‘आप सभी से क्षमा चाहता हूं। आपके मन के अनुकूल सीटों की संख्या नहीं हो पाई। मैं समझ रहा हूं, इस निर्णय से अपनी पार्टी के उम्मीदवार होने की इच्छा रखने वाले साथियों सहित हजारों-लाखों लोगों का मन दुखी होगा।
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आज कई घरों में खाना नहीं बना होगा। परंतु आप सभी मेरी एवं पार्टी की विवशता और सीमा को बखूबी समझ रहे होंगे। किसी भी निर्णय के पीछे कुछ परिस्थितियां ऐसी होती हैं जो बाहर से दिखतीं हैं मगर कुछ ऐसी भी होती हैं जो बाहर से नहीं दिखतीं।
हम जानते हैं कि अन्दर की परिस्थितियों से अनभिज्ञता के कारण आपके मन में मेरे प्रति गुस्सा भी होगा, जो स्वाभाविक भी है। आपसे विनम्र आग्रह है कि आप गुस्सा को शांत होने दीजिए, फिर आप स्वयं महसूस करेंगे कि फैसला कितना उचित है या अनुचित। फिर कुछ आने वाला समय बताएगा। फिलहाल इतना ही।
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बिहार का No. 1 जिला कौन सा है?नंबर 1 पर पटना
Bihar अमीर जिलों की लिस्ट में पटना पहले स्थान पर है. 2022-23 के आंकड़ों के अनुसार यहां प्रति व्यक्ति औसत आय 1,21,396 रुपये है. यही वजह है कि पटना को राज्य का सबसे समृद्ध जिला माना जाता है।
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