Latest News : कोल्हापुर में ओवैसी के खिलाफ प्रदर्शन क्यों हो रहा है

By Surekha Bhosle | Updated: September 29, 2025 • 8:47 PM

हिंदूवादी संगठनों की असहमति के पीछे की मुख्य वजह क्या है?

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी आज (सोमवार 29 सितंबर) को कोल्हापुर (Kolhapur) जिले के दौरे पर हैं. यहां उनका कार्यक्रम है. हालांकि हिंदूवादी संगठनों ने ओवैसी के दौरे का कड़ा विरोध कर प्रदर्शन किया . ये विरोध ओवैसी के भड़काऊ भाषणों को लेकर किया जा रहा है. हिंदूवादी संगठनों ने मांग की है कि नवरात्रि के दौरान उनके किसी भी कार्यक्रम की अनुमति न दी जाए

जानकारी के मुताबिक हिंदू संगठनों ने कोल्हापुर में एमआईएम के नए कार्यालय परिसर में हनुमान चालीसा पाठ और महाआरती का आयोजन करने का निर्णय लिया है. हिंदू संगठनों की मांग है कि विवादित बयान देने वाले ओवैसी के कोल्हापुर जिले में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाए. ओवैसी के साथ AIMIM नेता इम्तियाज जलील भी कोल्हापुर दौरे पर हैं।

पहली बार कोल्हापुर पहुंचे ओवैसी

कोल्हापुर में असदुद्दीन ओवैसी का इचलकरंजी में नए एमआईएम कार्यालय का उद्घाटन, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस और एक जनसभा का कार्यक्रम है. कोल्हापुर के बागल चौक में एमआईएम कार्यालय का उद्घाटन होगा. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पहली बार कोल्हापुर पहुंचे हैं. वे यहां अपने पार्टी संगठन के विस्तार के लिए आए हैं।

नए कार्यालय का उद्घाटन समारोह स्थगित

बताया जा रहा है कि उनके हाथों होने वाला नए कार्यालय का उद्घाटन समारोह स्थगित कर दिया गया है. फिलहाल एमआईएम के नए कार्यालय परिसर में पुलिस छावनी जैसी स्थिति है. भारी संख्या को में पुलिस बल मौजूद है।

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हालांकि आज शाम सात बजे इचलकरंजी में उनकी जनसभा को जिला प्रशासन से अनुमति मिल गई है. ओवैसी आज दोपहर करीब 1 बजे कोल्हापुर स्थित क्यूबिक होटल पहुंचे. इस दौरान होटल के आसपास भारी तादाद में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।

ओवैसी के कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाने की मांग

इस बीच हिंदूवादी संगठनों ने शाहुपुरी पुलिस को ज्ञापन देकर मांग की है कि सामाजिक शांति और एकता बनाए रखने के लिए ओवैसी के कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाया जाए. उनका कहना है कि ओवैसी हमेशा देश, धर्म और ईश्वर के खिलाफ बेतुके बयान देते रहते हैं. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कोल्हापुर शाहू महाराज के विचारों पर चलने वाला शहर है ऐसे में ओवैसी जैसे लोगों के लिए यहां कोई जगह नहीं होनी चाहिए.प्रदर्शनकारियों का ये भी कहना है कि न सिर्फ हिंदूवादी संगठनों बल्कि स्थानीय मुसलमान भी ओवैसी की यात्रा का विरोध कर रहे हैं।

सलाहुद्दीन ओवैस का पारिवारिक इतिहास क्या है?

ओवैसी तीन बेटों के पिता थे। उनके सबसे बड़े बेटे, असदुद्दीन ओवैसी , अपने पिता के बाद मजलिस के अध्यक्ष बने और 2004 से (जब ओवैसी सेवानिवृत्त हुए) अपने पिता के गढ़ हैदराबाद को भी बरकरार रखा है। ओवैसी के दूसरे बेटे, अकबरुद्दीन ओवैसी , चंद्रायनगुट्टा विधानसभा क्षेत्र से तेलंगाना विधानसभा के सदस्य हैं।

ओवैसी का छोटा भाई कौन था?

अकबरुद्दीन ओवैसी, असदुद्दीन ओवैसी / भाई

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