पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने महागठबंधन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “जो लोग लालटेन की केरोसिन बेचकर बिहार को अंधेरे में झोंकते थे, वही अब जनता का राशन हजम करने के लिए आए हैं।”
महागठबंधन पर जमकर साधा निशाना
रक्सौल से भाजपा प्रत्याशी प्रमोद कुमार सिन्हा और नरकटिया से जदयू प्रत्याशी विशाल कुमार (Vishal Kumar) के समर्थन में सभा को संबोधित करते हुए योगी ने महागठबंधन पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि बिहार को अब जंगलराज नहीं, सुशासन और समृद्धि की राह पर बढ़ाना है, और यह काम केवल एनडीए की डबल इंजन सरकार ही कर सकती है।
“एनडीए का सुशासन बनाम महागठबंधन का जंगलराज”
योगी ने कहा कि यह चुनाव सुशासन बनाम जंगलराज (Good governance vs. jungle raj) का है। उन्होंने याद दिलाया कि 1990 से 2005 के बीच बिहार जातीय संघर्ष, नरसंहार, अपहरण और डकैती के दौर से गुजरा था।योगी बोले — “यह वही लोग हैं जिन्होंने लालटेन की धुंधली रोशनी में बिहार को अंधेरे में रखा। लालटेन की केरोसिन बेचकर घरों में डकैती डालने वाले अब फिर नई पैकिंग में वोट मांगने आए हैं।”
“बिहार में भी चाहिए यूपी जैसा विकास मॉडल”
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि एनडीए सरकार में बिहार ने विकास की नई उड़ान भरी है। आज बिहार में सड़क, रेल, एयर कनेक्टिविटी, मेट्रो, इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल संस्थान और एम्स तक हैं। सुशासन और सुरक्षा की नींव पर ही निवेश आता है, और निवेश से ही रोजगार पैदा होते हैं।”
“हमने यूपी में 8 साल में 8.5 लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी दी और 2 करोड़ से अधिक को स्व-रोजगार से जोड़ा। अब पलायन रुक गया है, रोजगार घर के पास है — यही मॉडल हम बिहार में भी लाना चाहते हैं।”
“जो पहले चारा खा गए, अब राशन खाने निकले हैं”
विपक्ष पर तंज कसते हुए योगी ने कहा — जो लोग पहले चारा खा गए, अब राशन खाने आए हैं। यह वही लोग हैं जिन्होंने बिहार के युवाओं को बेरोजगारी और अपराध के अंधेरे में धकेला था। अब ये फिर से जातीय नफरत और लूट के राज को वापस लाना चाहते हैं, लेकिन बिहार की जनता अब समझदार है और विकास के साथ खड़ी है।”
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