दिल्ली के धौलाकुआं में बीएमडब्ल्यू (BMW) दुर्घटना में मारे गए नवजोत सिंह की पत्नी संदीप ने 48 घंटे बाद उन्हें अंतिम विदाई दी। नवजोत के शव को पोस्टमार्टम के बाद वेंकटेश्वर अस्पताल में ले जाया गया, जहां नवजोत के शव को उनकी पत्नी को दिखाया गया।
हां मौजूद सभी के निकलने लगे आंसू
एक-दूसरे के बगल में रखे दो स्ट्रेचर पर संदीप (Sandeep) अपने पति के बेजान चेहरे को छूने के लिए आगे बढ़ीं, जबकि रिश्तेदार अपनी आंसुओं को रोकने की कोशिश कर रहे थे।
जापान और चाइना के एंबेसी के रिप्रजेंटेटिव अंतिम संस्कार में
नवजोत का बेरी वाला बाग शमशान घाट में नवजोत का अंतिम संस्कार हो रहा है। परिवार के सदस्य मौजूद हैं। साथ ही नवजोत के अंतिम संस्कार में जापान, साउथ कोरिया और चाइना एंबेसी के रिप्रजेंटेटिव भी मौजूद हैं। नवजोत वित्त मंत्रालय की तरफ से चाइना, साउथ कोरिया और जापान के बाइलिटरल हेड थे।
पेशे से टीचर हैं घायल पत्नी
रविवार दोपहर दिल्ली छावनी मेट्रो स्टेशन के निकट एक तेज रफ्तार बीएमडब्ल्यू ने उनकी बाइक को पीछे से टक्कर मार दी, जिससे केंद्रीय वित्त मंत्रालय में उप सचिव नवजोत सिंह की मौत हो गई। उनकी पत्नी संदीप जो कि शिक्षिका हैं। वह गंभीर रूप से घायल हो गईं थीं।
बीमडब्ल्यू कार ने बाइक को मारी टक्कर
उस सुबह, दंपति बंगला साहिब गुरुद्वारे गए और आरके पुरम स्थित कर्नाटक भवन में दोपहर का भोजन किया। वे हरि नगर स्थित अपने घर की ओर जा रहे थे, तभी एक बीएमडब्ल्यू कार ने नियंत्रण खो दिया और उनकी बाइक को टक्कर मार दी। नवजोत के सिर और चेहरे पर चोटें आईं और पत्नी संदीप के कई फ्रैक्चर हो गए। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
बीएमडब्ल्यू के बारे में दस अज्ञात तथ्य क्या हैं?
बीएमडब्ल्यू ने 1972 में पहली इलेक्ट्रिक कार बनाई थी, जिसका नाम बीएमडब्ल्यू 1602e था। यह 1969 में एक प्रोटोटाइप के रूप में शुरू हुई थी और 1972 में म्यूनिख ओलंपिक में जनता के सामने पेश की गई थी। इस कार में 12 लेड-एसिड बैटरियाँ लगी थीं जो एक अंडरकैरिज पैलेट से जुड़ी थीं।
अन्य पढ़ें: