Naxal Attack छत्तीसगढ़ में 26 से ज्यादा नक्सली ढेर नारायणपुर और बीजापुर की सीमा पर चला संयुक्त ऑपरेशन
छत्तीसगढ़ में Naxal Attack के खिलाफ सुरक्षा बलों ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है।
नारायणपुर और बीजापुर जिलों की सीमा पर चलाए गए संयुक्त ऑपरेशन में 26 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया गया है।
यह इस वर्ष का सबसे बड़ा नक्सल विरोधी अभियान बताया जा रहा है।
ऑपरेशन की रणनीति और सफलता
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा बलों को खुफिया सूचना मिली थी कि एक बड़ी संख्या में नक्सली इलाके में इकट्ठा हो रहे हैं। इसके बाद DRG, CRPF और STF के जवानों ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन शुरू किया। घने जंगलों में चली इस मुठभेड़ में भारी गोलीबारी हुई।

ऑपरेशन की खास बातें:
- 300 से अधिक जवान शामिल
- 26+ नक्सली मारे गए
- भारी मात्रा में हथियार बरामद
- कोई जवान गंभीर रूप से घायल नहीं
बरामद हुए हथियार और दस्तावेज
मुठभेड़ के बाद सर्च ऑपरेशन में सुरक्षा बलों को बड़ी संख्या में राइफल्स, विस्फोटक, बम और नक्सली साहित्य बरामद हुए हैं।
कुछ नक्सलियों के शव अब भी घने जंगलों में पड़े हुए हैं, जिन्हें निकालने की प्रक्रिया जारी है।
स्थानीय प्रशासन और गृह मंत्री की प्रतिक्रिया
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और राज्य के गृह मंत्री ने इस naxal attack ऑपरेशन की सराहना की है। उन्होंने सुरक्षा बलों को बधाई देते हुए कहा कि यह अभियान नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बढ़ेगा दबाव
इस मुठभेड़ के बाद नक्सलियों के हौसले पस्त हुए हैं। राज्य सरकार ने साफ कर दिया है कि नक्सलवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इस तरह के ऑपरेशनों में और तेज़ी लाई जाएगी।

पिछली बड़ी मुठभेड़ों की तुलना
- 2021, बीजापुर: 22 जवान शहीद, 10 नक्सली मारे गए
- 2023, दंतेवाड़ा: 11 नक्सली मारे गए
- 2024, सुकमा: 15 नक्सली ढेर
इस बार का ऑपरेशन इन सबसे बड़ा माना जा रहा है और naxal attack के खिलाफ एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ जारी यह लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच रही है। नारायणपुर-बीजापुर सीमा पर हुआ यह सफल ऑपरेशन दिखाता है कि अब सुरक्षा बल नक्सलवाद के खात्मे के लिए हर स्तर पर तैयार हैं।