आपातकालीन चेतावनियां भेजने में मदद करेगा
नई दिल्ली। दूरसंचार विभाग (DOT) ने घोषणा की कि वह राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के साथ साझेदारी में एक नए मोबाइल अलर्ट सिस्टम का परीक्षण कर रहा है, जो वास्तविक समय में पूरे भारत में लोगों को आपातकालीन चेतावनियां भेजने में मदद करेगा। सेल ब्रॉडकास्ट (सीबी) प्रणाली के नाम से जानी जाने वाली यह नई प्रणाली, प्राकृतिक आपदाओं या सुनामी, भूकंप, बिजली, गैस रिसाव या रासायनिक खतरों जैसी आपात स्थितियों से प्रभावित क्षेत्रों में मोबाइल फोन पर तुरंत अलर्ट भेजने के लिए डिज़ाइन की गई है।
सभी मोबाइल फोनों पर एक साथ भेजे जाते हैं सेल ब्रॉडकास्ट संदेश
नियमित एसएमएस अलर्ट के विपरीत, जो व्यक्तिगत रूप से भेजे जाते हैं, सेल ब्रॉडकास्ट संदेश एक विशेष क्षेत्र में सभी मोबाइल फोनों पर एक साथ भेजे जाते हैं, जिससे वे गंभीर स्थितियों में अधिक तीव्र और प्रभावी हो जाते हैं। सीबी प्रणाली का विकास और कार्यान्वयन टेलीमेटिक्स विकास केन्द्र (सी-डॉट) द्वारा किया जा रहा है, जो दूरसंचार विभाग के अंतर्गत एक अग्रणी अनुसंधान एवं विकास संगठन है। इस प्रणाली का वर्तमान में देशव्यापी परीक्षण चल रहा है, जो लगभग दो से चार सप्ताह तक चलेगा। इस दौरान लोगों को उनके मोबाइल फोन पर अंग्रेजी और हिंदी में परीक्षण संदेश प्राप्त हो सकते हैं।
जनता की ओर से किसी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं
इन संदेशों में स्पष्ट रूप से बताया जाएगा कि ये परीक्षण का हिस्सा हैं और इसके लिए जनता की ओर से किसी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है। केवल सेल ब्रॉडकास्ट परीक्षण चैनल सक्षम मोबाइल फोन पर ही ये परीक्षण संदेश प्राप्त होंगे। इसके अलावा, कुछ लोगों को एक ही संदेश एक से अधिक बार मिल सकता है, क्योंकि इस प्रणाली का परीक्षण सभी बेस स्टेशनों और टावरों सहित सम्पूर्ण मोबाइल नेटवर्क पर किया जा रहा है। एनडीएमए पहले से ही ‘सचेत’ नामक एक एसएमएस-आधारित अलर्ट प्रणाली चला रहा है, जो सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चालू है। अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) द्वारा अनुशंसित कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल का उपयोग करके निर्मित इस प्रणाली ने पहले ही आपदाओं और चरम मौसम की घटनाओं के दौरान 19 से अधिक भारतीय भाषाओं में 6,899 करोड़ से अधिक एसएमएस अलर्ट भेजे हैं।
किसी भी परीक्षण संदेश को नजरअंदाज करने को कहा गया
जब सेल ब्रॉडकास्ट प्रणाली का परीक्षण पूरा हो जाएगा, तो इसका उपयोग एसएमएस अलर्ट के साथ-साथ सभी मोबाइल उपयोगकर्ताओं को वास्तविक समय में और कई भारतीय भाषाओं में चेतावनी देने के लिए किया जाएगा – भले ही उनके फोन में परीक्षण चैनल सक्रिय न हों। सरकार ने जनता से परीक्षण चरण के दौरान सहयोग करने तथा प्राप्त होने वाले किसी भी परीक्षण संदेश को नजरअंदाज करने को कहा है। ये संदेश केवल सिस्टम के प्रदर्शन की जांच करने के लिए हैं और किसी वास्तविक आपातस्थिति का संकेत नहीं देते हैं।
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